दिल्ली के जेवली क्षेत्र में पति-पत्नी व बेटी का हत्यारा निकला बेटा
दिल्ली के नेबसराय स्थित जेवली क्षेत्र में घटित ट्रिपल मर्डर केस को अंजाम देने वाला परिवार का बेटा ही निकला। मूल रूप से कनीना खंड के गांव खेड़ी तलवाना निवासी एनएसजी के पूर्व कमांडो राजेश कुमार (52) वर्ष, उसकी पत्नी कोमल (48) वर्ष व बेटी कविता (23) वर्ष की लाशें बुधवार सुबह घर में मिली थीं। बृहस्पतिवार को कनीना सदर थाना पुलिस की निगरानी में शवों का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने बेटे अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि हत्याकांड के बाद बेटे अर्जुन की सूचना पर पुलिस टीमें मौके पर पहुंची थी, जिन्होंने सीन आॅफ क्राइम का बारीकी से मुआयना किया। पुलिस ने जब गहराई से जांच की तो आरोपी बेटा ही मिला। बताया जा रहा है कि बेटी कविता पढ़ाई में तेज होने के साथ-साथ जूडो की खिलाड़ी रही हैं, नतीजतन उसने वारदात के समय बचाव के प्रयास किए होंगे। जिसके चलते उसके शव पर चाकू के अधिक वार दिखाई पड़े। हत्याकांड पर दक्षिणी रेंज के ज्वाइंट सीपी एसके जैन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि घटनास्थल पर चोरी, डकैती या जबरन घुसने का कोई साक्ष्य नहीं मिला। बुधवार को मां-बेटी के शव घर के नीचे वाले कमरे तथा पिता का शव ऊपर के कमरे में बिस्तर पर मिला था। घर का सामान व्यवस्थित रूप से रखा हुआ था। इससे जाहिर होता है कि लूट या सेंधमारी का मामला दिखाई नहीं दिया था। पुलिस की क्राइम तथा फॉरेंसिक टीमों ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की।
बयानों में झलका विरोधाभास
मुख्य शिकायतकर्ता और बेटे अर्जुन ने पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने पर सच्चाई बतानी शुरू की। धीरे-धीरे उसके बयानों में विरोधाभास झलकने लगा। संदेहजनक बीच-बचाव वाली प्रतिक्रिया देने लगा। अंत में उसने अपने पिता, मां और बहन की हत्या की बात कबूल कर ली। अर्जुन के अनुसार उसके पिता और परिवार से रिश्ते अच्छे नहीं थे। उसने हत्या के लिए सेना के चाकू का इस्तेमाल किया, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। उनकी हत्या के पीछे पिता राजेश द्वारा दोस्तों के सामने मारपीट एंव डांट-फटकार से अपमानित महसूस होना बताया गया। इसी कारण भाई-बहनों में दुश्मनी थी। क्रोध तथा आवेश में उसने उन्हें मारने की योजना बनाई। शादी की सालगिरह के दिन 4 दिसंबर को अपराध करने की तारीख चुनी। सुबह 5 बजे उसने चाकू से तीनों का कत्ल कर दिया।