‘दक्षिण एशिया में बदलते भू सामरिक आयाम एवं भारत की सुरक्षा पर इसके प्रभाव’ पर कार्यशाला आयोजित
रोहतक, 4 मार्च (हप्र)
विश्व मानचित्र पर भारत एक मजबूत सामरिक स्थिति रखता है। आज के समय में विश्व के सभी देशों की नजरें भारत की तरफ हैं। भारत आज विश्व की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। भारत की रक्षा सेनाएं आज हर सुरक्षा चुनौती का सामना करने में सक्षम है। यह उद्गार आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग एवं राजनीतिक विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित “दक्षिण एशिया में बदलते भू सामरिक आयाम एवं भारत की सुरक्षा पर इसके प्रभाव” विषय पर विशेषज्ञ वक्ताओं ने एकदिवसीय कार्यशाला के दौरान कही।
कार्यशाला के प्रारंभ में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सेवा सिंह दहिया ने एकदिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला एवं कार्यशाला के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
लेफ्टिनेंट जनरल दुष्यंत सिंह ने विश्व में दक्षिण एशिया के आर्थिक भौगोलिक व सामरिक महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विश्व की महाशक्तियों का ध्यान इस महाद्वीप की ओर हैं इस महाद्वीप में चीन का आर्थिक राजनीतिक व सामरिक प्रभाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है।