नारनौल, 20 फरवरी (हप्र)शहर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार रात को कई जगह आंधी के साथ बारिश हुई। इससे एक बार फिर से रात के समय ठंड हो गई। वहीं आंधी के साथ किसानों को अब बदलते मौसम का डर भी सताने लगा है। किसानों का कहना है कि अब महेंद्रगढ़ में बारिश या ओलावृष्टि होती है तो उनकी पक चुकी सरसों की फसल नष्ट हो जाएगी।रात को हरियाणा में पश्चिमी मौसम प्रणाली का असर देखने को मिला। दक्षिणी हिस्सों में तेज गति से हवाएं चली। वहीं महेंद्रगढ़ जिला में हल्की बिखराव वाली बारिश बूंदाबांदी की गतिविधियां दर्ज की गईं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि सबसे ज्यादा असर बुधवार देर शाम को महेंद्रगढ़ पर पश्चिमी विक्षोभ का असर साफतौर पर देखने को मिला। संपूर्ण इलाके पर दोपहर बाद से ही बादलों की आवाजाही शाम होते होते गहरी बादलवाही हो गई। पहले नांगल चौधरी व निजामपुर उसके बाद नारनौल अटेली सतनाली महेंद्रगढ़ कनीना में 15-20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ हल्की बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया।पहले चली धूल भरी तेज आंधीजिला महेंद्रगढ़ के नारनौल, अटेली, सतनाली, महेंद्रगढ़ व कनीना में भी तेज गति से हवाएं धुल भरी आंधी से जनजीवन प्रभावित हुआ। यहां सरसों की फसल मुख्य है। इस समय फसल कई जगह पककर तैयार है। ऐसे में ओलावृष्टि या तेज आंधी से फसलों के गिरने व खराब होने की संभावना ज्यादा बन जाती है। जिसके कारण किसान इस समय बारिश नहीं चाहते।तापमान में भी दर्ज की गई गिरावटजिला महेंद्रगढ़ में बुधवार को नारनौल और महेंद्रगढ़ का दिन और रात का तापमान क्रमश 26.7 व 9.5 डिग्री सेल्सियस और 27.2 व 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह मौसम प्रणाली 21 फरवरी को संपूर्ण इलाके से आगे निकल जाएगी। उसके बाद एक बार फिर से उत्तरी हवाओं से सम्पूर्ण इलाके में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।