मुंबई, 1 मार्च (एजेंसी)वरिष्ठ नौकरशाह तुहिन कांत पांडेय ने शनिवार को पूंजी बाजार नियामक सेबी के 11वें चेयरमैन के रूप में कार्यभार संभाल लिया। इस मौके पर उन्होंने पारदर्शिता और 'टीम-वर्क' पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया। वित्त सचिव रहे पांडेय ने सेबी को एक ऐसा मजबूत बाजार संस्थान बताया, जिसे वर्षों से विभिन्न दिग्गजों ने आकार दिया है।पांडेय ने माधबी पुरी बुच की जगह ली है, जिनके कार्यकाल के अंतिम कुछ महीनों में अनियमितताओं के कई आरोप लगे थे। सेबी के सभी चार पूर्णकालिक सदस्यों- अश्विनी भाटिया, अमरजीत सिंह, अनंत नारायण और कमलेश वार्ष्णेय ने सेबी मुख्यालय में पांडेय का स्वागत किया। इस मौके पर बुच मौजूद नहीं थीं। बताया जाता है कि वह अस्वस्थ हैं। पांडेय (59) ओडिशा कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1987 बैच के अधिकारी हैं और उनका कार्यकाल तीन साल का है। उन्होंने ऐसे समय सेबी प्रमुख का पद संभाला है, जब विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी के बाद बाजार में मंदी का दबाव देखने को मिल रहा है।