तप से बड़ा सत्य
11:35 AM May 29, 2023 IST
भगवान महावीर एक बार पदयात्रा कर रहे थे। रास्ते में एक ग्रामीण मिला। उसने उनके चरणों पर गिरकर प्रणाम किया। उत्तर में भगवान महावीर ने भी उसके चरणों पर माथा टेका। वह ग्रामीण सकपकाया और बोला, ‘आप तो तपस्या के भंडार हैं। उसी विभूति को मैंने नमन किया है, पर मैं तो कुछ भी नहीं हूं, फिर आपने मेरे चरणों पर गिरकर प्रणाम क्यों किया?’ महावीर ने मुस्कुराकर उस व्यक्ति से कहा, ‘तुम्हारे भीतर जो परम पवित्र आत्मा है, मैं उसी को देखता हूं और नमन करता हूं। मेरे तप से तुम्हारा सत्य बड़ा है।’ प्रस्तुति : अक्षिता तिवारी
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