सोनीपत, 20 जून (हप्र)एंटी करप्शन ब्यूरो की रोहतक की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए डीसी के पीए शशांक शर्मा को 3.50 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी पीए एक क्लर्क से राई उप तहसील में रजिस्ट्री क्लर्क लगवाने की एवज में रिश्वत ले रहा था। टीम ने आरोपी को डीसी ऑफिस से गिरफ्तार कर रिश्वत की रकम भी वहीं से बरामद कर ली।इसके बाद घर की भी तलाशी ली गई, जिसमें 5.75 लाख रुपये की नकदी मिली। उसे शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एंटी करप्शन ब्यूरो रोहतक के डीएसपी सोमबीर ने बताया कि एडीसी ऑफिस के क्लर्क जितेंद्र कुमार ने शिकायत देकर बताया कि वह राई उपतहसील में रजिस्ट्री क्लर्क लगना चाहता है। उन्होंने डीसी के पीए शशांक शर्मा से अनुरोध किया तो इसके लिए 5 लाख रुपये मांगे।उन्होंने शशांक को डेढ़ लाख रुपये दे दिए। जितेंद्र ने कहा कि आरोपी ने उसे बताया कि उसकी डीसी से बात हो चुकी है। अब वह बकाया 3.50 लाख रुपये की मांग करने लगा। शुक्रवार को शिकायतकर्ता ने आरोपी को डीसी ऑफिस में पहुंचकर 3.50 लाख की रकम दे दी। इशारा पाकर एसीबी टीम पीए को गिरफ्तार कर लिया और ऑफिस से ही रिश्वत की राशि बरामद हो गई।इसके बाद आरोपी को अशोक विहार स्थित उसके घर ले जाया गया। वहां पर तलाशी में टीम को 5.75 लाख रुपये कैश बरामद हुआ। घर से सोने व चांदी के कुछ आभूषण बरामद किए लेकिन उन्हें घरेलू आभूषण मानते हुए परिजनों को लौटा दिया।इस सवाल का नहीं मिला जवाबपिछले सप्ताह डीसी डॉ. मनोज कुमार का तबादला हो गया था और उनके स्थान पर सुशील सारवान को लगाया गया है। डॉ. मनोज कुमार ने बृहस्पतिवार को चार्ज छोड़ते हुए शुक्रवार को चंडीगढ़ में ज्वाइन कर लिया। वहीं नये डीसी के सोमवार को ज्वाइन करने की उम्मीद जताई जा रही है। अब बड़ा सवाल यह है कि आरोपी रजिस्ट्री क्लर्क कैसे लगवा रहा था क्योंकि रजिस्ट्री क्लर्क लगाने के आदेश डीसी ही जारी करते हैं।मैंने बृहस्पतिवार को डीसी सोनीपत का चार्ज छोड़ दिया था और शुक्रवार को नया कार्यभार संभाल लिया है। तबादला आदेश आने के बाद से मैंने किसी भी कर्मचारी के ट्रांसफर व पोस्टिंग के आदेश जारी नहीं किया है। इतना ही नहीं एक महीने से मैंने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है। - डॉ. मनोज कुमार, पूर्व डीसी सोनीपत