डिजिटल तौर-तरीके सीख संवारें कैरियर
नौकरी, बिजनेस हो या वित्तीय लेन-देन, डिजिटल साक्षरता बेहद जरूरी है। कार्यस्थल पर मददगार विभिन्न डिजिटल तकनीकों के इस्तेमाल में दक्ष होना जरूरी है। कैरियर निर्माण व तरक्की के लिए तकनीकी डिवाइसेज को समझना और इन प्लेटफॉर्म्स में काम करने से कार्यकुशलता बेहतर होती है।
कीर्तिशेखर
आज के दौर में अगर आप डिजिटली लिटरेट नहीं हैं, तो चाहे आपके पास कितनी ही डिग्रियां हों, चाहे कितने ही बुद्धिमान हों, कैरियर में जंप लगाना आपके लिए संभव नहीं होगा। आज लिटरेसी का मतलब है डिजिटल लिटरेसी विशेषकर डिजिटल लिटरेसी का मतलब हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में सहायक विभिन्न तकनीकों के इस्तेमाल में दक्ष होना है। तकनीकी डिवाइसेज को समझना और इन प्लेटफॉर्म्स में काम करना आना ही सही मायनों में डिजिटल लिटरेसी का मतलब है। अगर आप डिजिटल स्किल्स में माहिर हैं, तो आपकी जिंदगी में विभिन्न तरह के कैरियर विकल्प हर समय मौजूद रहेंगे। आप ज्यादा से ज्यादा विकल्पों तक आसानी से पहुंच सकते हैं। मसलन डिजिटल मार्केटिंग, डेटा एनालिटिक्स प्रोग्रामिंग, ग्राफिक डिजाइन या कंटेंट क्रिएशन जैसे क्षेत्रों में आपके लिए भरपूर अवसर उपलब्ध रहेंगे।
बढ़ती हैं क्षमताएं और उत्पादकता
अगर आप डिजिटली लिटरेट हैं तो विभिन्न तरह के डिजिटल टूल्स जैसे एक्सेल, सीआरएम सॉफ्टवेयर और गूगल वर्क स्पेस का इस्तेमाल करके अपने काम में तेजी और गुणवत्ता ला सकते हैं। समय बताने वाले उपकरण और सॉफ्टवेयर का सही उपयोग आपको प्रतियोगिता में आगे रखेगा और अगर आप डिजिटली एफिशिएंट नहीं हैं तो चाहे जितने पढ़े-लिखे हों, आपकी प्रोडक्टिविटी और एफिशिएंसी दोनों ही पीछे रह जाएंगी।
जॉब सर्च और नेटवर्किंग में सुविधा
अगर आप डिजिटल लिटरेट हैं तो लिंक्ड इन, ग्लास डोर जैसे जॉब प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके अपने लिए नौकरी खोज सकते हैं। डिजिटल नेटवर्किंग भी कर सकते हैं। नवीनतम ट्रेंड्स और टेक्नोलॉजी से परिचित होने के कारण आपका परफोर्मेंस अपग्रेड रहता है।
खुद के उद्यम में सहायक
अगर आप अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए वेबसाइट का उपयोग करना चाहते हैं, सोशल मीडिया मार्केटिंग का हिस्सा बनना चाहते हैं और ऑनलाइन पेमेंट पाने के लिए, पेमेंट गेटवे बनवाना चाहते हैं, तो आपको डिजिटली लिटरेट होना बहुत जरूरी है। आनलाइन प्लेटफॉर्म में प्रोडक्ट बेचना भी तभी संभव है, जब आप डिजिटली दक्ष हों।
अगर पीछे रह गये तो…
अगर आप डिजिटल तकनीकों से काम नहीं कर पाते तो इसका आपको कैरियर में नुकसान उठाकर भरपायी करनी होगी। मसलन- डिजिटल स्किल्स न होने पर आपको जॉब से बाहर कर दिया जा सकता है। विशेषकर मार्केटिंग फाइनेंस के फील्ड में। डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल न करने पर अपने सहकर्मियों से परफोर्मेंस में पिछड़ सकते हैं। उच्च वेतन वाली नौकरियां नहीं मिल सकती। खासकर जिन जॉब्स में आटोमेशन और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है, वहां तो टिकना भी मुश्किल हो सकता है।
कैसे सुधारें डिजिटल स्किल्स
डिजिटल माध्यम से काम करने की स्किल्स सीखने को कई तरह के उपलब्ध ऑनलाइन कोर्सेज मसलन यूडेमी, स्किल्स शेयर और कोरसेरा जैसे प्लेटफॉर्म्स का फायदा उठाएं। बेसिक कंप्यूटर स्किल्स से लेकर एडवांस टूल्स तक सब कुछ सीख सकते हैं। सॉफ्टवेयर जैसे वर्ल्ड, एक्सेल, पावर प्वाइंट और गूगल वर्क स्पेस और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप जैसे जूम, एमएस स्ट्रीम का अभ्यास करें। फेसबुक, इंस्टाग्राम और लिंक्ड इन जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करें और एसईओ, पीपीसी और कंटेंट मार्केटिंग जैसे टूल्स सीखें। ज्यादा से ज्यादा डिजिटल लाइफ की प्रैक्टिस करें। मसलन ऑनलाइन बिल पेमेंट करें, डिजिटल कैलेंडर का इस्तेमाल करें और ई-कॉमर्स साइट्स पर शॉपिंग करें। इन गतिविधियों से आप यकीनन डिजिटली लिटरेट हो जाएंगे। -इ.रि.सें.