डल्लेवाल को मनाने पहुंचे डीजीपी और केंद्रीय अफसर
दैनिक ट्रिब्यून टीम
चंडीगढ़, 15 दिसंबर
आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत चिंताजनक है। डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए कहा है कि उनको साइलेंट हार्टअटैक का खतरा है। इस बीच, रविवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निदेशक मयंक मिश्रा और पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने खनौरी बॉर्डर पर जाकर डल्लेवाल से मुलाकात की। उन्होंने उनका हाल जाना और उनसे इलाज लेने का आग्रह किया। उन्हाेंने उनकी मांगों को भी सुना। दोनों अधिकारियों की मुलाकात सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र तथा पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों को डल्लेवाल से तुरंत मुलाकात के निर्देश देने के दो दिन बाद हुई है।
डीजीपी ने कहा, ‘हम डल्लेवाल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आए थे।’ मिश्रा ने कहा, ‘किसी तरह का कोई प्रस्ताव नहीं था। मैं यहां उनकी बात सुनने और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनुपालना करने के लिए आया हूं। हमने डल्लेवाल मांगें भी सुनी हैं।’ डीजीपी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर संदेश भेजा है और हमारा प्रयास है कि उनकी मांगों पर बातचीत की जाए और इस मुद्दे को सुलझाया जाए। उन्होंने कहा कि हमने किसानों से अपील की है कि डल्लेवाल का जीवन कीमती है। यहां उन्नत सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि हम लगातार किसान नेताओं से बात कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि हम सकारात्मक नतीजे पर पहुंचेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि पंजाब सरकार का रुख स्पष्ट है और वह किसानों की मांगों को जायज मानती है और इसका समर्थन भी करती है। पहलवान विनेश फौगाट, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी, कई खापों के प्रधान डल्लेवाल का हालचाल जानने बॉर्डर पर पहुंचे।
ट्रैक्टर मार्च आज, चढ़ूनी बोले- जानकारी नहीं
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता सरवन पंधेर ने सभी राज्यों में जिला एवं तहसील स्तर पर सोमवार को ट्रैक्टर मार्च निकालने का आह्ववान किया है। उधर, भाकियू चढ़ूनी गुट ने कहा कि उसे इस मार्च के बारे में जानकारी नहीं है। दैनिक ट्रिब्यून से बातचीत में गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि आंदोलन कर रहे नेताओं ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि खनौरी बाॅर्डर पर डल्लेवाल के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के दौरान भी उन्हें किसी नेता ने ट्रैक्टर मार्चं के बारे में जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि जब जानकारी ही नहीं है तो उनकी यूनियन से जुड़े किसानों का इसमें हिस्सा लेने का सवाल ही नहीं है। उधर, चढ़ूनी ने कहा कि डल्लेवाल की मांगें जायज हैं। शंभू बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस उन पर बल प्रयोग कर रही है। उधर, भाकियू शहीद भगत सिंह के जिलाध्यक्ष गुरमीत माजरी, कुरुक्षेत्र प्रभारी जय सिंह जलबेड़ा ने वीडियो जारी करके अपने समर्थकों को सोमवार सुबह 10 बजे अम्बाला शहर की नयी अनाज मंडी में पहुंचने को कहा है। उन्होंने कहा कि एक गांव से 20 ट्रैक्टर जरूर आने चाहिए।
इतनी चिंता है तो हमारी मांगें मान लें : डल्लेवाल
मयंक मिश्रा और डीजीपी गौरव यादव के इलाज लेने के आग्रह पर डल्लेवाल ने कहा कि मेरी जिंदगी से ज्यादा कीमती उन 7 लाख किसानों की जिंदगियां थीं, जिन्होंने सरकारों की गलत नीतियों के कारण आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार सच में मेरी जिंदगी को लेकर इतनी चिंतित है तो हमारी मांगों को पूरा कर दे।
इनपुट : संगरूर से गुरतेज प्यासा, अम्बाला शहर से जितेंद्र अग्रवाल, कैथल से ललित शर्मा।