जिंदगी की डगर पर चलने के लिए नन्हे कदमों को नयी मजबूती
जींद, 2 जनवरी (हप्र) : स्वास्थ्य विभाग द्वारा 6 वर्ष तक के बच्चों में क्लब फुट या जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैरों का इलाज हर बृहस्पतिवार को निशुल्क किया जाता हैः उप-सिविल सर्जन (स्कूल हैल्थ)
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग पिछले 4 साल में अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग के सहयोग से 6 साल तक की उम्र के 111 बच्चों के ऑपरेशन करवाकर उन्हें जिंदगी की डगर पर चलने के लिए मजबूत पैर दे चुका है। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को 12 बच्चों को क्लब फुट जूते और ब्रेस वितरित किए गए।
इस मौके पर स्कूल हेल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन उप-सिविल सर्जन डाॅ रमेश पांचाल ने बताया कि भारत सरकार अपने फ्लैगशिप कार्यक्रम 'राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य' के माध्यम से विसंगतियों के साथ पैदा होने वाले बच्चों को मुफ्त इलाज दे रही है।
क्लब फुट एक ऐसा ही जन्म दोष है, जिसमें जन्म से बच्चे के पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं। अनुष्का फाउंडेशन एक गैर सरकारी संगठन है, जो क्लब फुट की समस्या के उपचार के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ साझेदारी में निशुल्क काम करता है। यह संगठन क्लब फुट रोगियों को 4-5 वर्षों तक मुफ्त ब्रेस प्रदान करती है, जब तक कि उसके पंजे पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते।
सिविल अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ. संतलाल बैनिवाल, डाॅ. अमित मोर द्वारा बच्चों का सही तरीके से चेकअप कर प्लास्टर लगाया जाता है और क्लब फुट बीमारी से ग्रसित बच्चों के माता-पिता को पांच साल तक क्लब फुट इलाज पूरा करने बारे मोटिवेट किया जाता है। बृहस्पतिवार को सिविल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम, एसएमओ डाॅ. अरविन्द, डॉ. संतलाल बैनिवाल आदि भी उपस्थित रहे।