मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

जहां जाने पर महकती है ज़िंदगी

04:00 AM Jan 24, 2025 IST

भारत की अनेक घाटियां अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और रंग-बिरंगे फूलों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन घाटियों में फूलों की किस्में और मनोरम दृश्य किसी स्वर्ग से कम नहीं लगते। महाराष्ट्र से लेकर सिक्किम, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड तक, हर जगह फूलों की घाटियां अपने अनोखे आकर्षण से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करती हैं।

Advertisement

शिखर चंद जैन
कितना अच्छा हो कि एक दिन सुबह हमारी नींद खुले और हम खुद को फूलों के शहर में पाएं। चारों तरफ रंगबिरंगे, मादक महकते, खुशबू से सराबोर फूल हों और उन पर मंडराती तितलियां हों। यह सच हो सकता है अगर हम पहुंच जाएं फूलों की इन वादियों में।
पश्चिमी भारत का स्विट‍्ज़रलैंड
महाराष्ट्र के सतारा में स्थित कास पठार के बीच सुंदर, बहुरंगी फूलों की एक अनूठी दुनिया है। कुछ लोग इसे महाराष्ट्र की फूलों की घाटी कहते हैं तो कुछ इसे पश्चिमी भारत का स्विट्ज़रलैंड कहते हैं। इसकी अपनी दिव्य सुंदरता है। हर सात साल में एक बार, कास देखने लायक एक मोहक नज़ारा बन जाता है जब दुर्लभ बैंगनी-नीले जंगली फूल विशाल फूलों में खिलते हैं। कास में फूलों के पौधों की 850 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें वाई-टूरा, टूथब्रश ऑर्किड, दीपकडी फूल, भारतीय एरोरूट और भी बहुत कुछ शामिल है!
हिमालय की कांगड़ा घाटी
हिमालय की गोद में बसी है कांगड़ा घाटी। यहीं फूलों से लदी इसकी दूसरी सखियां भी हैं- स्पीति घाटी, सांगला घाटी और चंबा घाटी। इंद्रधनुषी रंगों के फूलों से अच्छादित इस घाटी को चारों ओर से मनभावन झरनों, धौलाधर श्वेत पर्वत शृंखला और चाय के हरियाली से लहलहाते बागानों ने घेर रखा है। यहां पालमपुर हिल स्टेशन, कांगड़ा मंदिर, कांगड़ा किला और दलाई लामा का गढ़ धर्मशाला पर्यटकों के लिए अतिरिक्त आकर्षण का केन्द्र हैं।
नागालैंड सीमा पर ज़ुकोऊ घाटी
अल्पज्ञात और बहुत कम प्रचारित ज़ुकोऊ घाटी भारत की सबसे शानदार घाटियों में से एक है, जो समुद्र तल से 2452 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। फूलों की यह भूमि केवल स्थानीय लोगों, उत्सुक ट्रेकर्स और खोजकर्ताओं को ही पता है। जो लोग ज़ुकोऊ घाटी की पगडंडियों पर ट्रेक करते हैं, और वे ही धरती पर स्वर्ग का अनुभव करते हैं। आकर्षण की केंद्र यह घाटी एकोनिटम्स, सफेद और गुलाबी लिली और अन्य पुष्प कई प्रजातियों का गढ़ है। यह नागालैंड और मणिपुर की सीमा पर स्थित है।
सिक्किम की युमथांग घाटी
कितना अच्छा लगेगा जब तुम कभी खुद को पीले, लाल, बैंगनी, सफेद और गुलाबी फूलों से सजे बहुरंगी प्राकृतिक कालीन पर चलते हुए पाओ। ऐसा महसूस करने के लिए उत्तरी सिक्किम में मौजूद ‘युमथांग घाटी’ जाने की जरूरत है। यहां प्रकृति का दिव्य सौंदर्य देखने को मिलेगा। युमथांग भारत की सबसे शानदार घाटियों में से एक है। समुद्र तल से 3596 मीटर ऊपर स्थित यह घाटी वसंत ऋतु के आगमन पर एक शानदार फूलों के परिदृश्य में बदल जाती है। सिंकेफोइल्स, रोडोडेंड्रोन, आइरिस, पॉपीज़, लूज़वर्ट्स, प्रिमरोज़ और कोबरा-लिली जैसे फूलों के साथ, घाटी बिल्कुल सुंदर हो जाती है।
उत्तराखंड में फूलों की घाटी
जोशीमठ के पास उत्तराखंड में भारत की सबसे मनमोहक फूलों की घाटी है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है। यह घाटी हिमालय के पश्चिमी भाग में समुद्र तल से 3,658 मीटर की ऊंचाई पर, भ्यूंदर घाटी के बीच में फल-फूल रही है। यह स्थानिक अल्पाइन फूलों की अपनी हरी-भरी घाटियों और अविश्वसनीय रूप से मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता के लिए लोकप्रिय है। जब आप फूलों की घाटी की यात्रा करते हैं तो आपको ब्रह्म कमल, पीला कोबरा लिली, जैकमोंट कोबरा लिली, वालिच कोबरा लिली, एलिगेंट स्लिपर ऑर्किड, हिमालयन स्लिपर ऑर्किड, हिमालयन मार्श ऑर्किड आदि सहित कई दुर्लभ फूल दिखाई देते हैं।
कश्मीर की मोहक वादियां
कश्मीर की वादियां शुरू से ही अपने अद्भुत सौंदर्य से दुनिया भर के प्रकृति प्रेमियों का मन लुभाती रही हैं। बॉलीवुड के फिल्म निर्माता भी इसके फैन रहे हैं। हिमालय और पीर पंजाल पर्वत श्रेणी के बीच झेलम नदी के किनारे बसी 135 किमी लम्बी और 32 किमी चौड़ी फूलों की इस घाटी को ‘पृथ्वी का स्वर्ग’ कहा जाता है। जम्मू-कश्मीर मे ही लद्दाख स्थित सुरु नदी के किनारे बसी सुरुघाटी भी पर्यटकों का मन मोह लेती है।
केरल की मुन्नार घाटी
मुन्नार को प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के रूप में जाना जाता है। साल के कुछ समय ये हरे-भरे घास के मैदान अविश्वसनीय रूप से मनमोहक लैवेंडर रंग के फूलों से भर जाते हैं, जिन्हें नीलकुरिंजी के नाम से जाना जाता है। नीलकुरिंजी एक दुर्लभ फूल वाला पौधा है जो पश्चिमी घाट के शोला घास के मैदानों में उगता है। हालांकि यह प्राकृतिक घटना हर बारह साल में एक बार ही होती है। मुन्नार घाटी केरल के इडुक्की जिले में है।

Advertisement
Advertisement