जल संरक्षण के लिए चलेगा जल संचय जन भागीदारी अभियान
हथीन, 11 जनवरी (निस) : हथीन उपमंडल में जल सरंक्षण के लिए जल संचय जन भागीदारी अभियान चलेगा। इससे भूजल स्तर में सुधार लाया जाएगा। इससे प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण व संवर्धन होगा। क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतें जल संरक्षण प्लान तैयार करेंगी। जल संसाधन और कृषि विभाग मिलकर इसका प्लान तैयार करेंगे। बरसात के पानी का संचय, पीने और सिंचाई में प्रयोग किये जाने को लेकर प्लानिंग की जाएगी। इस बारे में जल संसाधन विभाग के जल संचय जन भागीदारी अभियान के तहत क्षेत्र में लगातार गिरते भूजल स्तर में सुधार लाया जाएगा, प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण व संवर्धन किया जाएगा, जोहड़ों की खुदाई की जाएगी और जो जोहड़ मिट्टी से भर दिए गए हैं उनकी पैमाइश कर तालाब का रूप दिया जाएगा।
पंचायती राज, जल संसाधन और सिंचाई विभाग मिलकर इसके लिए प्लान तैयार करेंगे। प्लान के तहत ग्राम पंचायतें बरसात के पानी का संचय करने के लिए तालाब बनाएंगी। बरसात का पानी जरूरत पड़ने पर पीने और सिंचाई के लिए प्रयोग किए जा सके, इसके लिए पक्के तालाब बनाए जाएंगे।
जल संकट से निपटने के लिए जल संचय जन भागीदारी अभियान की शुरुआत की जा रही है। इस पहल के साथ-साथ सरकार ने जल शक्ति अभियान, अटल भूजल योजना सहित कई कार्यक्रम लागू किए हैं, जिनका उद्देश्य जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना है। यह प्रयास प्रभावी भागीदारी, टिकाऊ प्रथाओं और व्यापक जागरूकता के माध्यम से भारत के लिए जल-सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने के लिए है। जल संचय जन भागीदारी अभियान के तहत वर्षा जल संचयन को बढ़ाने और दीर्घकालिक जल स्थिरता की प्लानिंग की जाएगी। एसडीएम संदीप ने बताया कि इसके लिए प्लान बनाकर सरकार को भेजा जाएगा। आने वाली बरसात से पहले इसके ठोस परिणाम सामने आएंगे।