जल्द होगा महाभारतकालीन तीर्थों का जीर्णोद्धार
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 18 अक्तूबर
जींद जिले के जो महाभारतकालीन तीर्थ स्थल कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधीन आते हैं, उनके लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा लगभग 5 साल पहले रेनोवेशन का बजट जारी कर दिए जाने के बाद भी तीर्थ स्थलों का रेनोवेशन नहीं हो पाया था, उनके रेनोवेशन का काम अब जल्द शुरू होगा। इसके लिए नए सिरे से एस्टीमेट बनाए गए हैं। अगले एक सप्ताह टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
जिले के महाभारतकालीन तीर्थों के रेनोवेशन का काम समय पर काम शुरू नहीं होने के पीछे पेंच फंसा था। 5 साल पुराने एस्टीमेट पर लोक निर्माण विभाग काम करवाने को तैयार नहीं हो रहा था। एक तरफ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकारी समय पर लोक निर्माण विभाग द्वारा बजट नहीं खर्च कर पाने को मुद्दा बना रहे थे तो दूसरी तरफ जींद का लोक निर्माण विभाग 5 साल पुराने रेट पर काम करने से हाथ खड़े कर रहा था। इस जटिल मसले को सुलझाने के लिए जुलाई में तत्कालीन डीसी डॉ. मनोज कुमार ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और जींद के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक करवाई थी।
जींद के लोक निर्माण विभाग ने अब जिले के 5 महाभारतकालीन तीर्थों के रेनोवेशन के लिए नए सिरे से रिवाइज्ड एस्टीमेट बनाए हैं। इनमें वह राशि एडजस्ट की जाएगी, जो पहले से विभाग के पास कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से आई हुई है और जिसका इस्तेमाल नहीं हो पाया है। यह राशि करोड़ों में है। लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता राजकुमार नैन का कहना है कि तीर्थों के जीर्णोधार के लिए नए एस्टीमेट बनाए गए हैं। अगले सप्ताह टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। उसके बाद वर्क अलॉट कर काम शुरू करवा दिया जाएग।
सीएम ने की थी घोषणा
महाभारतकालीन तीर्थों में मुख्य रूप से जींद के पिंडारा गांव का पिंडतारक तीर्थ, सफीदों का नागक्षेत्र, इक्कस गांव का ढूंढू तीर्थ, पोकरी खेड़ी गांव का पुष्कर तीर्थ शामिल हैं। सीएम मनोहर लाल ने इन सभी के जीर्णोद्धार की घोषणा की थी। इसके लिए लगभग 5 साल पहले 2018 में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने करोड़ों का बजट भी जारी कर दिया था।