जब बुजुर्ग बाला देवी ने कुर्सी पर बैठकर दिया जिंदा होने का प्रमाण... तो एडीसी हुए हैरान !
भिवानी, 28 अप्रैल (हप्र)
स्थानीय लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए हॉल में सोमवार को आयोजित समाधान शिविर में समस्याएं सुनते हुए एडीसी डॉ. मनीष नागपाल उस समय हैरान हो गए, जब परिवार पहचान पत्र में मृत दिखाई गई गांव धनाना की बुजुर्ग महिला बाला देवी ने अपने जिंदा होने का प्रमाण सामने कुर्सी पर बैठकर दिया।
बुजुर्ग महिला ने एडीसी को बताया कि वे दो बार तहसीलदार से अपने जिंदा होने के बारे में हलफनामा भी दे चुकी हैं। इसके बावजूद परिवार पहचान पत्र को दुरुस्त नहीं किया जा रहा। इस वजह से उनको पेंशन लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। इस पर एडीसी ने समाधान शिविर में मौजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द परिवार पहचान पत्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएससी सेंटरों के जिला प्रबंधक और क्रिड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नागरिकों के परिवार पहचान पत्र से संबंधित समस्याओं का समाधान प्रमुखता से करें।
एडीसी ने सीएससी सेंटरों के जिला प्रबंधक को निर्देश दिए कि वे जिला के सभी सीएससी सेंटरों पर होने वाले विभिन्न कार्यों की सरकार द्वारा निर्धारित रेट लिस्ट लगवाना सुनिश्चित करें। प्रत्येक सीएससी सेंटर का निरीक्षण किया जाए और इसके लिए बाकायदा रोस्टर बनाया जाए।
निरीक्षण के माध्यम से परिवार पहचान पत्र में सबसे अधिक शिकायतों से संबंधित सीएससी सेंटरों की सूची तैयार की जाए। पीपीपी में छेड़छाड़ करने वाले सीएससी संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई कर उनका सीएससी सेंटर रद्द किया जाएगा।
रोहतक गेट क्षेत्र से बजरंग बली कॉलोनी निवासी पूर्व पार्षद ईश्वर सिंह मान द्वारा अतिक्रमण से संबंधित शिकायत सुनते हुए एडीसी ने शहर स्थानीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि न केवल बजरंग बली कॉलोनी बल्कि पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाए ताकि अतिक्रमण की वजह से आमजन को किसी प्रकार की परेशानी न हो।