छह साल बाद भी शुरू नहीं हो पाया चीका बाईपास का कार्य
जीत सिंह सैनी/निस
गुहला चीका, 7 जनवरी
चीका के गांव पीडल से लेकर पटियाला रोड तक बनने वाले बाईपास साल 2018 में मंजूर किया गया था। बाईपास मंजूर होने से लोगों की उम्मीद बंधी थी कि अब उन्हें शहर में हर समय रहने वाले ट्रैफिक जाम से निजात मिल जाएगी, लेकिन बाईपास के लिए एक्वायर की गई जमीन की विभाग छह साल बाद तक रजिस्ट्रियां भी नहीं करवा पाया।
कैथल की तरफ से पंजाब की तरफ जाने वाले भारी-भरकम ट्रक चीका शहर के बीच से होकर गुजरते हैं। इसी प्रकार से दिल्ली, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र से पिहोवा होकर पंजाब की तरफ जाने वाले भारी वाहन भी चीका शहर के बीचोंबीच से गुजरते हैं।
खनौरी व शंभू बार्डर बंद होने के बाद से राजस्थान व दिल्ली की तरफ से पंजाब की ओर आने जाने वाले अधिकतर वाहन चीका से होकर गुजरते हैं, जिसके चलते चीका कैथल व चीका पिहोवा मार्ग पर वाहनों की संख्या कई गुणा बढ़ गई है। बाईपास मंजूर होने से शहर वासियों को उम्मीद बंधी थी कि वहां पर राइस मिल व दूसरे उद्योग-धंधे लगाएंगे, लेकिन लोगों को अपनी सारी उम्मीदें धूमिल होती नजर आ रही हैं। चीका वासी अशोक गर्ग, बलजीत सिंह नंडा, डॉ. सतीश मित्तल, संजीव जिंदल, नरेश जैन, पवन कुमार ने सरकार से बाईपास का कार्य जल्द शुरू करवाने की मांग की है।
बाईपास के लिए 45 करोड़ की राशि हुई मंजूर
चीका में बनने वाले बाईपास के लिए 60 एकड़ भूमि एक्वायर की गई है। इसके लिए सरकार द्वारा साल 2018 में 45 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की थी, लेकिन स्थानीय नेताओं व अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के चलते बाईपास के लिए एक्वायर की गई जमीन की रजिस्ट्रियों का काम छह साल में भी पूरा नहीं हो पाया। प्रदेश में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने पर लोगों को बाईपास का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की आश बंधी थी, लेकिन तीन माह बाद भी इस दिशा में कोई तरक्की नहीं हो पाई।
बाईपास का निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू : बाजीगर
गुहला के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने कहा कि चीका के लिए बाईपास की घोषणा उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से 24 अक्तूबर 2018 को करवाई थी, जिसका कोड नंबर 20158 है। बाजीगर ने कहा कि यह गुहला के लोगों का दुर्भाग्य है कि मेरी द्वारा करवाई गई घोषणा पर पिछले जनप्रतिनिधि पांच साल में काम भी शुरू नहीं करवा पाए। कुलवंत बाजीगर ने कहा कि बाईपास के निर्माण कार्य को लेकर में शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलूंगा और चीका को जल्द बाईपास का तोहफा दिलवाऊंगा।
'बाईपास के लिए रिक्वायर की गई भूमि की 90 प्रतिशत रजिस्ट्रियों का काम पूरा हो चुका है। कुछ लोगों के पारिवारिक झगड़े व कुछ के बैंक लोन क्लीयर न होने के चलते 10 प्रतिशत रजिस्ट्रियों का काम रुका हुआ है। जैसे ही रजिस्ट्रियों का काम पूरा होता है, उसके तुरंत बाद विभाग की तरफ से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।'
-वरुण कंसल, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी विभाग, कैथल