गुरुग्राम के बाद अब खरखौदा की तस्वीर बदलेगा मारुति का प्लांट
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 26 नवंबर
नयी दिल्ली से सटा सोनीपत का खरखौदा कस्बा भी अब औद्योगिक क्षेत्र का रूप ले रहा है। खरखौदा में जमीन की डिमांड बढ़ गई है। आईएमटी, खरखौदा में अब जगह की कमी पड़ गई है। ऐसे में एचएसआईआईडीसी (हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं संरचना विकास निगम लिमिटेड) ने आईएमटी के विस्तार का निर्णय लिया है। इसके लिए खरखौदा के साथ लगते 10 गांवों में जमीन की तलाश शुरू कर दी है।
एचएसआईआईडीसी द्वारा इसके लिए नोटिस दिया जा चुका है। सरकार लैंड पूलिंग स्कीम के तहत जमीन लेगी। यानी किसानों को जमीन के बदले विकसित औद्योगिक प्लाट दिए जाएंगे। हालांकि किसानों के पास दोनों तरह के विकल्प होंगे। पॉलिसी के तहत अगर किसान सरकार द्वारा तय मुआवजा लेना चाहेंगे तो उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजा नहीं लेने की सूरत में उन्हें आईएमटी में विकसित प्लाट दिए जाएंगे। अभी तक लैंड पूलिंग स्कीम को लेकर भू-मालिकों में अच्छा रिस्पांस देखने को मिला है। यह स्पष्ट है कि गुरुग्राम को साइबर और मिलेनियम सिटी बनाने में अहम योगदान देने वाली मारुति सुजुकी अब खरखौदा (सोनीपत) की तस्वीर भी बदलने में विशेष भूमिका निभाएगी। मारुति सुजुकी ने यहां अपना नया कार प्लांट लगाने पर काम शुरू कर दिया है। आईएमटी खरखौदा में राज्य सरकार ने एचएसआईआईडीसी की 800 एकड़ जमीन मारुति को प्लांट के लिए दी है। इस जमीन पर काम शुरू हो चुका है और 2025-26 में इस प्लांट से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है।
मारुति इस प्लांट पर 20 हजार करोड़ रुपये निवेश कर रही है। पहले चरण में सालाना ढाई लाख गाड़ियों का उत्पादन होगा। प्लांट पूरी तरह चलने के बाद सालाना 10 लाख गाड़ियों का उत्पादन खरखौदा से किया जाएगा। मारुति का यह प्लांट 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और दो लाख से अधिक को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार देगा। वहीं सुजुकी मोटरसाइकिल 100 एकड़ जमीन में 2 हजार करोड़ का निवेश कर रही है। इस प्लांट में सालाना पांच लाख दुपहिया वाहनों का उत्पादन होगा। दो हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और 20 हजार के करीब को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल सकेगा।
अब मारुति ने सरकार से 400 एकड़ और जमीन की डिमांड की है। जिस तरह से देश में इलेक्िट्रक वाहनों की डिमांड बढ़ी है, उसे देखते हुए मारुति ने खरखौदा में बैटरी प्लांट लगाने की प्लानिंग की है। इसी प्लांट के लिए 400 एकड़ जमीन की डिमांड की है। वर्तमान में मारुति के पास जो 800 एकड़ जमीन कार प्लांट के लिए है, उस पर दिन-रात काम हो रहा है। प्लांट 2025 तक काम शुरू कर देगा। गुरुग्राम और मानेसर से भी बड़ा प्लांट खरखौदा का होगा। मारुति के इस प्लांट की वजह से यहां छोड़ी-बड़ी सैकड़ों और औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी।
इन गांवों से मांगी जमीन
खरखौदा आईएमटी के विस्तार के लिए एचएसआईआईडीसी ने जमीन लेने के लिए नोटिस जारी किया है। लैंड पूलिंग स्कीम के तहत सरकार 5800 एकड़ जमीन लेगी। इसके लिए बरोना, किरौली, प्रह्लादपुर, पाई, सोहटी, जसौरखेड़ी, कानौंदा, खेड़ी जासौर, कुलासी व नीलोठो गांवों के किसानों से जमीन की डिमांड की है। जमीन देने के इच्छुक किसान सरकार के सामने अपनी पेशकश करेंगे। इसके बाद सरकार लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत जमीन लेगी। लैंड पूलिंग पॉलिसी 2022 में बनी थी। जरूरत हुई तो सरकार इसमें संशोधन भी कर सकती है।