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गांव में घुसा तेंदुआ, मशक्कत के बाद पकड़ा

05:00 AM Dec 20, 2024 IST
गांव में घुसा तेंदुआ  मशक्कत के बाद पकड़ा
रेवाड़ी के गांव कनुका में पिंजरे में बंद तेंदुआ। -हप्र
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रेवाड़ी, 19 दिसंबर (हप्र)
गांव कनुका में बुधवार देर शाम तेंदुआ के आने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। तेंदुआ गांव के एक टीन शैड लगे प्लॉट में घुस गया। एक युवक ने समझदारी व बहादुरी दिखाते हुए प्लॉट के गेट को बंद कर दिया और इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। सूचना पाकर गुरुग्राम से वाइल्ड लाइफ व वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए पहुंची। 5 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार देर रात तेंदुए को जाल में फंसाकर काबू
कर लिया। समाचारों के अनुसार, बुधवार देर शाम गांव में तेंदुआ देखे जाने के बाद वहां हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिये। बताया गया है कि गांव के एक युवक मुकेश भारद्वाज की टीन शैड लगे प्लॉट में बैठे तेंदुए पर नजर पड़ी। उसने समझदारी दिखाते हुए प्लॉट के गेट को बंद कर दिया। इसके बाद तेंदुआ बाहर निकलने के लिए छटपटाने लगा। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना रामपुरा थाना पुलिस को दी। आनन-फानन में वन विभाग व वाइल्ड लाइफ टीम को भी गांव में बुला लिया गया। तत्पश्चात तेंदुए को जाल में फंसाने का ऑपरेशन शुरू हुआ। पांच घंटे तक यह ऑपरेशन चला और आखिरकार तेंदुए को जाल में फंसा लिया गया। वाइल्ड लाइफ टीम जब जाल में फंसे तंदुए को पिंजरे में डालने का प्रयास कर रही थी तो वह मौका पाकर जाल से निकलकर फरार हो गया। इसके बाद गांव में एक बार फिर दहशत फैल गई। तेंदुए को पकड़ने का ऑपरेशन फिर शुरू किया गया और आखिरकार उसे जाल में फंसाकर पिंजरे में डाल दिया गया। जैसे ही ग्रामीणों को तेंदुआ पकड़े जाने की खबर लगी तो उन्हें राहत के साथ जश्न मनाया। तत्पश्चात वन विभाग की टीमें तेंदुए को लेकर गांव से निकल गई। वन विभाग के रेंज अधिकारी व गार्ड दीपक ने इस तेंदुए को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई।

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अरावली की पहाड़ियों से आने की संभावना

गांव के सरपंच जयवीर योगी ने कहा कि तेंदुआ आने की खबर से ग्रामीणों में भारी दहशत फैली हुई थी। यह तेंदुआ संभवत: निकटवर्ती पहाड़ियों से होते हुए गांव में घुसा है। गांव के पास ही अरावली की पहाड़ियां है। जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं गया, तब तक ग्रामीण अपने घरों में बंद रहे। गौरतलब है कि कुछ महीना पहले सरिस्का अलवर के टाइगर ने भी रेवाड़ी के गांव झाबुआ के जंगल में अपना ठिकाना बना लिया था। जिसे पकड़ने में भी कई दिन लगे।

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