गन्ने की पेमेंट को लेकर चीनी मिल बंद की
इन्द्री, 10 फरवरी (निस)
समय पर पेमेंट नहीं मिलने और आउट एरिया के गन्ने की मिल में आवक सहित कई समस्याओं से आक्रोषित किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गन्ना संघर्ष समिति और भारतीय किसान यूनियन से जुड़े सैकड़ों किसानों ने उपमंडल के गांव भादसों स्थित पिकाडली शूगर मिल में पहुंच कर जोरदार नारेबाजी करते हुए मिल के कांटे पर तोलबंदी कर दी। इससे करीब चार घंटे मिल पूरी तरह बंद रहा। सूचना पाकर तहसीलदार, डीएसपी सतीश कुमार सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे और बातचीत करके समस्याओं का समाधान करने की अपील की। मिल अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मिल प्रशासन ने किसानों की समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया, जिससे किसान शांत हुए।
किसान गन्ना संघर्ष समिति के प्रधान रामपाल चहल, किसान नेता तेजपाल बड़सालू, मेहर सिंह श्रवण माजरा, बलकार सिंह, भाकियू नेता मंजीत लाल्लर, ईलम सिंह राजेपुर, छबेल सिंह चौगावां, भाकियू नीलोखेड़ी खंड प्रधान ऋषिपाल बड़सालू सहित अनेक नेताओं की अगुवाई में किसानों ने तोलबंदी करते हुए मिल में धरना दिया। गन्ना संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल चहल ने आरोप लगाया कि मिल प्रशासन गन्ने की समय पर पेमेंट नहीं कर रहा। 14 दिन में गन्ने की पेमेंट हो जानी चाहिए, लेकिन इस समय मिल में एक महीने की 58 करोड़ रुपये की पेमेंट बकाया है। इससे किसानों को अनेक प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
आक्रोश के बाद मिल अधिकारी संतोख सिंह, कर्म सिंह, बलबीर सिंह, रामपाल शर्मा ने किसान नेताओं के साथ बात की। मिल अधिकारियों ने एक महीने से कम करके 21 दिन में पेमेंट का आश्वासन दिया। अधिकारियों के निवेदन पर किसान नेताओं ने मिल को प्रतिदिन 50 ट्राली आउट एरिया के गन्ने की छूट दी।