खनौरी, शंभू बार्डर पर चल रहे धरने एक कमेटी का आंदोलन : राकेश टिकैत
गुहला चीका, 27 जनवरी (निस)
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार पूरे देश में एमएसपी लागू नहीं करती तब तक उनकी लड़ाई यूं ही जारी रहेगी। राकेश टिकैत सोमवार को किसान नेता हरदीप बदुसई की भतीजी के शादी समारोह में शिरकत करने आए थे। पत्रकारों से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा के इशारे पर अब कई तथाकथित किसान संगठन बनाने लगे हैं जो सिर्फ भाजपा की भाषा बोलते हैं। शंभू व खनौरी बॉर्डर पर किसानों के धरने-प्रदर्शन पर राकेश टिकैत ने कहा कि ये धरने संयुक्त किसान मोर्चा के न होकर एक कमेटी का आंदोलन है और इन धरनों को संयुक्त मोर्चा का समर्थन नहीं है। इन धरनों को समर्थन देने या न देने को लेकर छह सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी के फैसले के बाद ही कोई निर्णय लिया जागा, लेकिन एक किसान होने के नाते वे इन धरनों का समर्थन करते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की मांगों को लेकर उनका संगठन फरवरी में उत्तर-प्रदेश में 11 महापंचायतों का आयोजन करेगा। टिकैत ने माना कि दिल्ली बार्डर पर आंदोलन करने वाले किसानों की फौज अब बिखरी हुई है और मोर्चा के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन बिखरे किसान संगठनों को एकत्रित करना है। खनौरी बॉर्डर पर अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल अभी मेडिकल पर है और उनकी कमेटी 14 फरवरी को सरकार के साथ बात करेगी। हम उस कमेटी में शामिल नहीं हैं।
एमएसपी सिर्फ हरियाणा का नहीं, बल्कि पूरे देश का मुद्दा
कैथल (हप्र) : राकेश टिकैत एक किसान की मौत पर शोक प्रकट करने के लिए कुलतारण गांव में पहुंचे। उन्होंने किसानों के साथ एक बैठक भी की। उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को सरकार के साथ होने वाली बैठक में किसानों की मांगों पर चर्चा होगी। डल्लेवाल के नेतृत्व में चल रहे किसान आंदोलन को पूरा समर्थन देने की बात कही। एमएसपी सिर्फ हरियाणा का नहीं, बल्कि पूरे देश का मुद्दा है। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े व्यापारियों का कर्ज माफ कर रही है, जबकि किसान-मजदूरों की अनदेखी कर रही है।