खनन माफिया ने उड़ाई आदेशों की धज्जियां, जेसीबी से बंद अवैध रास्ते को दो दिन बाद कर दिया शुरू
गुरुग्राम, 21 जनवरी। (हप्र)
जिला नूंह में फिरोजपुरझिरका में तीन दिन पूर्व वन व पुलिस विभाग के अधिकारियों ने मिलकर अरावली की पहाड़ियों में खनन माफिया द्वारा अवैध खनन के लिए बनाए गए रास्ते को जेसीबी से काटकर बन्द कर दिया था, लेकिन कुछ ही घंटों बाद खनन माफियाओं ने रास्ते को रातों-रात पाटकर पुलिस विभाग और वन विभाग के अधिकारियों को खुला चैलेंज देते हुए रास्ते को दोबारा से शुरू कर दिया है ।
अवैध खनन माफिया द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के आदेशों की जमकर धज्जियां उढ़ाई जा रही हैं। अरावली की पहाड़ियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार खनन पूरी तरह से बंद है। लेकिन फिरोजपुरझिरका से सटे राजस्थान के भरतपुर जिला के पहाड़ी तहसील के गांव छपरा में राजस्थान सरकार ने क्रशर जोन बनाया है। इन क्रशर जोन का रास्ता केवल राजस्थान के पहाड़ों के लिए नजदीक होने के चलते हरियाणा की सीमा से जाना पड़ता है। फिरोजपुरझिरका खंड के घाटा गांव में अरावली की पहाड़िया पड़ती है। राजस्थान में लगे छपरा क्रशर जोन जाने के लिए इन अवैध खनन माफिया ने खंड के गांव घाटा से उदेलाका बास गांव तक जाने के लिए घाटा गांव के पहाड़ में अरावली की पहाड़ियों को काटकर व ग्राम पंचायत की भूमि के अलावा वन विभाग की भूमि पर लगभग पांच किलोमीटर के रास्ते को अवैध रूप से बनाया हुआ है। खनन माफिया हरियाणा की अरावली की पहाड़ियों में रास्ता बना लेते हैं ताकि कम समय में वाहन द्वारा माल को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में पहुंचा जा सके।
गत दिनों अवैध खनन को लेकर खनन माफिया ने रवा गांव की अरावली की पहाड़ियों में अवैध खनन की नीयत से पहाड़ के एक बड़े हिस्से को गिरा दिया। इसे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नूंह जिला में अवैध खनन संबंधी गतिविधियों पर जीरो टोलरेंस नीति अपनाने हुए जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की। जिला नूंह में अवैध खनन संबंधी मामले में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करने के निर्देश दिए हैं।