क्रॉप कटिंग प्रक्रिया में जुटा कृषि विभाग, ब्लॉक स्तर पर टीमें गठित
सोनीपत, 7 अप्रैल (हप्र)
कृषि विभाग ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी सीजन की फसलों की क्रॉप कटिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। क्रॉप कटिंग के लिए ब्लॉक स्तर पर विशेष टीमें गठित की गई हैं। जिले के 347 गांवों में प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा और उसके आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी। क्रॉप कटिंग प्रक्रिया के आधार पर ही फसलों में हुए नुकसान के एवज में मुआवजा किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा।
बता दें कि रबी सीजन के दौरान मुख्य रूप से गेहूं और सरसों की क्रॉप कटिंग की जाती है। सरसों की क्रॉप कटिंग पहले ही पूरी कर ली गई है और संबंधित रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। अब गेहूं की क्रॉप कटिंग तेजी से की जा रही है। क्रॉप कटिंग का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं या मौसम की मार से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करना होता है। इसके तहत खेत के एक निश्चित हिस्से की कटाई कर उस क्षेत्र से प्राप्त उत्पादन के आधार पर पूरे खेत का अनुमानित उत्पादन निकाला जाता है। अगर यह उत्पादन निर्धारित मानकों से कम होता है तो किसानों को योजना के तहत मुआवजा दिया जाता है।
सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा के नेतृत्व में सोमवार को कृषि अधिकारियों की टीम ने पीपली खेड़ा, सनपेड़ा व लड़सौली गांव में क्रॉप कटिंग प्रक्रिया का निरीक्षण किया। नवीन हुड्डा ने कहा कि क्रॉप कटिंग प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
हर गांव से लिए जाएंगे 4 सैंपल
जिले के 347 गांवों में क्रॉप कटिंग की जाएगी जिसमें प्रत्येक गांव से एक फसल के चार सैंपल लिए जाएंगे। पूरी प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जाती है। जिले में 1.45 लाख हैक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल उगाई गई है। करीब 10 हजार एकड़ भूमि में उगाई गई सरसों की फसल की क्रॉप कटिंग पूरी की जा चुकी है।
कोट...
ब्लॉक स्तर पर गठित टीमें गांव-गांव जाकर प्रक्रिया को निष्पक्षता से पूरा कर रही हैं। सरसों की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और गेहूं की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। रिपोर्ट जल्द ही मुख्यालय को भेज दी जाएगी।
-देवेंद्र लांबा, एएसओ, कृषि विभाग, सोनीपत