क्राइम के कारोबार से रिश्तों की उलझन
आलोक पुराणिक
गहन शोध के बाद पता चला है कि पब्लिक सबसे ज्यादा दो ही तरह के कार्यक्रम, वीडियो पसंद करती है, एक तो धर्म के और दूसरे अपराध के। बाबाओं के वीडियो बहुत देखे जाते हैं, हालांकि, इनमें से कुछ बाबा बाद में अपराधी के तौर पर अंदर किये जाते हैं। बाबा और अपराधी दोनों एक ही बंदा हो जाये, तो उस पर तो वेब सीरीज बन जाती हैं, जिनके लाखों में दर्शक होते हैं।
क्राइम बहुत बड़ा धंधा है। इधर देखा गया है कि बहुत से लोग तमाम क्राइम प्रोग्राम बहुत ही गंभीरता से देखते हैं, क्राइम पेट्रोल जैसे कार्यक्रमों के दर्शक लाखों में हैं। उनके लक्षण बहुत कुछ बताते हैं। क्राइम प्रोग्राम देखने वाली लेडीज के लक्षण—
पति की शर्ट चेक करना कि कोई लंबा बाल तो नहीं है पति की शर्ट पर।
पति अगर बहुत नहा धोकर राजा बाबू बनकर कहीं जाये, तो उसे शक की निगाह से घूरना।
पति के व्हाट्सअप मैसेज चेक करना और पूछना कि ये कमला नगर कीर्तन मंडल ग्रुप की बहन कमला जो तुम्हें सत्संग के लिए बुलाती हैं, तुम सच में ही बहन मानते हो क्या।
पति से सब्जी काटने वाला चाकू मंगाया जाये और पति छह के बजाय आठ इंच का चाकू ले आये, तो पूछना कि इरादे क्या हैं।
क्राइम प्रोग्राम देखने वाले पुरुषों के लक्षण—
पत्नी अगर किसी पुरुष से हंस कर बात कर रही हो, तो पत्नी की निगरानी करना।
पत्नी अगर चाय में एक चम्मच के बजाय दो चम्मच चीनी मिला दे, शोर मचा देना कि मुझे मारने की साजिश। ज्यादा चीनी खिलाकर मुझे शुगर का मरीज बनाया जा रहा है।
पत्नी अगर बहुत हंसकर बात करे, तो पति खौफ में आ जाये कि बहुत हंसी खुशी बात करके यह मुझे इस भ्रम में रखने की कोशिश कर रही है कि सब नार्मल है
पत्नी अगर क्राइम सीरियल देखे, तो पति खौफ में कि हाय क्राइम सीरियल से टेक्नीक सीखकर यह मुझे मार देगी।