कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पांव रखने मात्र से ही होता है आध्यात्मिकता का अनुभव : सुमन सैनी
कुरुक्षेत्र, 13 दिसंबर (हप्र)
मुख्यमंत्री की पत्नी सुमन सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र की इस पावन धरा पर पांव रखते ही आध्यात्मिकता और भगवान श्रीकृष्ण के आशीर्वाद की अनुभूति होती है। इस धरा पर हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए जो आज भी प्रासंगिक है। इन उपदेशों का अनुसरण करने के लिए पूरे विश्व के नागरिकों को भी प्रेरित और जागरूक करने की जरूरत है।
वे शुक्रवार देर सायं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में आयोजित महाआरती व महापूजन कार्यक्रम में मन के भाव व्यक्त कर रहीं थीं। इससे पहले मुख्यमंत्री की पत्नी सुमन सैनी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की पत्नी गीता कौशिक, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, भाजपा जिला अध्यक्ष सुशील राणा, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, मंडल अध्यक्ष हरीश अरोड़ा, हरमेश सैनी, तुषार सैनी, लाडी पाल, अनु चक्रपाणी, रेखा वाल्मीकि, परमजीत कौर कश्यप, अन्नु मालयान, हैप्पी विर्क, महेश पारचा, सुमन सैनी, केडीबी सदस्य विजय नरूला, कैप्टन परमजीत सिंह, डा. ऋषिपाल मथाना, एमके मोदगिल, अशोक रोशा, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, डा. प्रीतम सिंह सहित अन्य ने महापूजन व महाआरती में भाग लिया।