शाहाबाद मारकंडा, 1 अप्रैल (निस)भाकियू चढ़ूनी के राष्ट्रीयाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मंगलवार को स्वीकार किया कि सरकार किसान संगठनों में अंतर्विरोध का लाभ उठा रही है लेकिन सरकार इस गलतफहमी में न रहे कि हम इकट्ठे हो ही नहीं सकते। हम पहले की तरह कभी भी इकट्ठे होकर सरकार के गले की फांस बन सकते हैं।अपने गृहनगर शाहाबाद में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में चढ़ूनी ने कहा कि भाजपा किसान संगठनों में फूट डालने में जरूर कामयाब रही है लेकिन ऐसा नहीं है कि जिससे किसानों को बहुत सुविधा मिल गई हो या अब किसान सुखी हो गया है। जहां तक आंदोलन का सवाल है तो आमतौर पर किसी भी चुनाव के तुरंत बाद आंदोलन नहीं होता। उन्होंने कहा कि हमारे लिए अपनी मांगों को लेकर आंदोलन या संघर्ष का रास्ता खुला है।उन्होंने चेताया कि अगले आंदोलन में किसानों के साथ आढ़ती व व्यापारियों को भी लगना होगा क्योंकि मुक्त व्यापार के नए समझौते अनुसार अगर आयात कर कम कर दिया गया तो बाहरी उत्पाद भारी संख्या में भारत में आएंगे और नए मसौदे अनुसार प्राइवेट मंडियां बनेंगी जिससे आढ़ती व व्यापारियों का कारोबार समाप्त होगा।