किसानों ने निकाला रोष मार्च
इस अवसर पर किरती किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष जरनैल सिंह जहांगीर और राज्य नेता भूपिंदर सिंह लोंगोवाल ने कहा कि इस समय गेहूं की फसल पक कर तैयार है, लेकिन मंडियों में अभी तक उचित खरीद प्रबंध नहीं हैं। किसानों को डर है कि कहीं उन्हें धान के सीजन की तरह मंडियों में धक्के न खाने पड़े।
इसी तरह धान की बुआई को लेकर भी किसानों में काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। क्योंकि पिछली बार भगवंत मान ने किसानों को पीआर 126 किस्म का धान बोने का एेलान किया था तो किसानों ने बड़े पैमाने पर इस किस्म की बिजाई की थी, लेकिन मंडियों में किसानों को 15 दिन तक धक्के खाने पड़े थे और पांच से 15 किलो प्रति क्विंटल के हिसाब से घाटे में फसल बेचनी पड़ी थी। इस डर से किसान 126 धान की फसल लगाने से पीछे हट रहे हैं, लेकिन सरकार ने पूसा 44 पर प्रतिबंध लगा दिया है।
उन्होंने गदर भवन से डीसी कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला, पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के नाम ड्यूटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।