काबुल में पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतरे लाेग
पेशावर/काबुल, 7 सितंबर (एजेंसी)
अफगानिस्तान में मंगलवार को बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाते हुए काबुल की सड़कों पर उतरे। इन लोगों ने दावा किया कि पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने पंजशीर प्रांत में तालिबान विरोधी लड़ाकों पर हवाई हमले किये। प्रदर्शनकारी काबुल में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर जमा हो गये और वहां के कर्मचारियों से अफगानिस्तान से जाने को कहा। विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि वे अफगानिस्तान में कठपुतली सरकार नहीं चाहते।
वहीं, तालिबान लड़ाकों ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए गोलीबारी की और प्रदर्शन को कवर कर रहे कई अफगान पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार के बाद रिहा किए गये एक अफगान पत्रकार ने बताया कि तालिबान ने उसे जमीन पर नाक रगड़ने और माफी मांगने पर मजबूर किया। अफगानिस्तान के टोलो न्यूज चैनल ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में उनका कैमरामैन भी शामिल है।
इससे पहले एक वीडियो में पंजशीर प्रांत में रजिस्टेंस फ्रंट के एक सह-नेता ने अफगानिस्तान के लोगों से तालिबान के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया था। इसके बाद प्रदर्शनकारी जमा हुए। पंजशीर में हवाई हमलों के खिलाफ ईरान ने भी प्रतिक्रिया दी है और इस मामले में ‘विदेशी विमानों के हस्तक्षेप’ को लेकर जांच करने को कहा है।
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मुल्ला हसन होंगे तालिबान सरकार के प्रमुख : रिपोर्ट
तालिबान की निर्णय लेने वाली शक्तिशाली इकाई ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को समूह के शीर्ष नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुंदजादा ने अफगानिस्तान के नये प्रमुख के रूप में नामित किया है। पाकिस्तानी मीडिया की एक खबर में यह दावा किया गया है। अखबार ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ ने बताया है कि दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के अध्यक्ष मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और मुल्ला अब्दुस सलाम तालिबान की नयी सरकार में मुल्ला हसन के उप प्रमुख के रूप में काम करेंगे, जिसकी घोषणा अगले सप्ताह होने की संभावना है। मुल्ला हसन ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख हैं। मुल्ला हसन कंधार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान की पिछली सरकार के दौरान विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। अखबार ने कहा कि तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर के बेटे मुल्ला याकूब नये रक्षा मंत्री होंगे।