कांग्रेस प्रत्याशी ने भरा नामांकन, ‘नो ड्यूज’ विवाद को लेकर जमा करवाने पड़े 1.16 करोड़
सोनीपत, 17 फरवरी (हप्र)
मेयर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कमल दिवान ने सांसद, विधायक, पूर्व विधायक व कार्यकर्ताओं के साथ शहर में नामांकन जुलूस निकाला और उसके उपरांत नगर निगम कार्यालय पहुंचकर अपना पर्चा दाखिल करवाया। इससे पहले उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व निगमवासियों के साथ हवन-यज्ञ में आहुति डालकर कार्यालय का शुभारंभ किया।
साईं मंदिर से नामांकन जुलूस शुरू होकर शहर के बाजारों से होता हुआ नगर निगम कार्यालय पहुंचा। इस दौरान सोनीपत से सांसद पंडित सतपाल ब्रह्मचारी, पार्टी सह प्रभारी जितेंद्र बघेल, विधायक इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक सुरेंद्र पंवार, पूर्व विधायक जगबीर मलिक, पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया, कार्यकारी मेयर राजीव सरोहा, अशोक छाबड़ा, रवि परूथी समेत अनेक वरिष्ठ नेतागण मौजूद रहे।
सोनीपत से सांसद पंडित सतपाल ब्रह्मचारी ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत में कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशी की कार्यप्रणाली से सोनीपत की जनता पूरी तरह से वाकिफ है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी कमल दिवान व दो बार विधायक रहे उनके पिता स्व. देवराज दिवान का समाज सेवा के प्रति समर्पण भाव शहर का प्रत्येक आदमी जानता है। पूर्व विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी कमल दिवान ही नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी कमल दिवान के नामांकन के दौरान अधिकारियों ने बताया कि दिवान फार्म पर बकाया जमा कराना होगा। कांग्रेस प्रत्याशी ने दलील दी कि इस मामले को लेकर अदालत में स्टे चल रहा है। मगर अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। कशमकश के बाद कमल दिवान को करीब 1.16 करोड़ रुपये की आरटीजीएस करनी पड़ी।
चुनाव लड़ने से रोकने की थी साजिश : कमल दिवान
उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स के बकाया को लेकर अदालत में स्टे चल रहा है। जल्द ही अदालत में अवमानना का मामला दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर अधिकारियों ने चुनाव लडऩे से रोकने की साजिश रची थी मगर कामयाब नहीं हुए। इससे साफ है कि भाजपा डरी हुई है।