कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों की संस्थाओं पर निजी लाभ के लिए किया कब्जा : साहिल सुधा
उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह सिर्फ वित्तीय गड़बड़ी का मामला नहीं है- यह उस राजनीतिक वंश की जवाबदेही का क्षण है, जिसने दशकों तक संस्थानी, सार्वजनिक धन और राष्ट्रीय विरासत को अपनी निजी संपति समझा। चार्जशीट स्पष्ट करती है कि गांधी परिवार ने कांग्रेस का दुरुपयोग कर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को अपने नियंत्रण में ले लिया, जिसकी संपत्ति 2000 करोड़ से अधिक थी और जिसे पत्रकारिता व जनसेवा के लिए बनाया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एजेएल को 90.25 करोड़ का ऋण दिया, जिसे चुपचाप यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया गया जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कुल हिस्सेदारी 76 प्रतिशत है। यंग इंडिया ने इस 90 करोड़ के ऋण को माफ कर दिया और केवल 50 लाख के मामूली निवेश पर एजेएल का पूर्ण स्वामित्व हासिल कर लिया। इस तरह गांधी परिवार ने दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, भोपाल, पटना जैसी प्रमुख शहरों की अचल संपत्ति पर कब्जा कर लिया।