कांगड़ा प्रथम, हमीरपुर दूसरे और लाहौल-स्पीति तीसरे स्थान पर
शिमला, 10 अक्तूबर (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में आर्थिकी और सांख्यिकी विभाग द्वारा तैयार हिमाचल प्रदेश जिला सुशासन सूचकांक पर वार्षिक रिपोर्ट-2022 जारी की।
इस अवसर पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए सुशासन के साथ पारदर्शी व जवाबदेह सरकार अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और शासन की मूल इकाई जिला है। जिलों के प्रदर्शन को नागरिक कल्याण की योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन तथा समावेशी विकास के लिए विभिन्न महत्त्वपूर्ण सुशासन संकेतकों पर मापा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का पहला राज्य है जिसने महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रशासन की गुणवत्ता मापने का कार्य शुरू किया है।
वर्ष-2022 की रैंकिंग के अनुसार जिला कांगड़ा ने 50 लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार, जिला हमीरपुर ने 35 लाख रुपये का द्वितीय पुरस्कार और जिला लाहौल-स्पीति ने 25 लाख रुपये का तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने कांगड़ा के उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, हमीरपुर के उपायुक्त हेमराज बैरवा और लाहौल-स्पीति के उपायुक्त राहुल कुमार को यह पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
जिला सुशासन सूचकांक-2022 में आठ मूल विषय आवश्यक बुनियादी ढांचा, मानव विकास, सामाजिक संरक्षण, महिलाएं एवं बच्चे, अपराध, कानून एवं व्यवस्था, पर्यावरण, पारदर्शिता और जवाबदेही और आर्थिक प्रदर्शन शामिल हैं। दूसरे स्तर पर 19 केंद्र बिन्दु रखे गए हैं, जिनमें से प्रत्येक विषय के अन्तर्गत बिजली, पानी, सड़कें, शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक वितरण योजना, सामाजिक न्याय, रोजगार, बच्चों और महिलाओं से संबंधित विषय, हिंसक अपराध, कानून एवं व्यवस्था, अत्याचार, पर्यावरण उल्लंघन, वन क्षेत्र, पारदर्शिता और दायित्व, अर्थव्यवस्था में कृषि और संबद्ध क्षेत्र तथा वाणिज्य और उद्योग के रूप में योगदान से संबंधित मामले शामिल हैं। तीसरे स्तर पर 90 विशिष्ट कारकों के आधार पर जिलों में उपलब्ध आंकड़ों का एकीकरण तथा विश्लेषण किया गया है।