छछरौली, 5 मई (निस)कलेसर संरक्षित जंगल से चोरी से पेड़ काट रहे तस्करों द्वारा वन विभाग की टीम पर फायरिंग करने के मामले की जांच को सीआईए को सौंपा गया है। पुलिस तथा वन विभाग की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। वन दरोगा की शिकायत पर 3 अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमला करने और जंगल से लकड़ी चोरी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।प्रताप नगर के प्रोटेक्ट फॉरेस्ट से रात के समय चोरी से पेड़ काटने तथा वन विभाग के कर्मचारियों पर फायरिंग करने के मामले को वन विभाग तथा पुलिस ने गंभीरता से लिया है। दोनों टीमें रविवार से छानबीन करने में जुटी हैं। वन विभाग के फॉरेस्टर संदीप वर्मा ने बताया कि मामले में कई लोगों के शामिल होने की आशंका है।वहीं, दूसरी ओर डीएफओ यमुनानगर सुखपाल कौर ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए तेजी से जांच की जा रही है। डीएफओ ने बताया कि घटना की जांच को लेकर वह एसपी यमुनानगर से मिली हैं। उन्होंने बताया कि घटना की जांच सीआईए टीम को सौंप गई है। टीम का गठन कर दिया गया है। सुखपाल कौर ने बताया कि तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना प्रताप नगर में मामला दर्ज कर लिया गया है। वन विभाग की टीम की ओर से पेट्रोलिंग की जा रही है। डीएफओ सुखपाल कौर ने कहा कि जंगल का एरिया बहुत विशाल है।स्टाफ की संख्या सीमित है। उसके बावजूद भी स्टाफ दिन रात जंगल की सुरक्षा के लिए प्रयास कर रहा है। डीएफओ ने बताया कि वन विभाग के पास भी सुरक्षा के लिए हथियार हैं लेकिन रात के समय ऐसी घटनाओं में सोच समझकर हथियार का इस्तेमाल करना होता है। डीएफओ ने कहा कि घटना के समय मौजूद कंफर्म तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।इसमें कई अन्य भी शामिल हो सकते हैं। लकड़ी तस्करों के राजनीतिक संरक्षण के सवाल पर डीएफओ ने कहा कि अभी तक उनके पास किसी का कोई फोन नहीं आया है ना ही किसी प्रकार के दबाव में काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा।