कला अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है : कुलपति प्रो. राजबीर
रोहतक, 24 मार्च (हप्र)
कला अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। कलात्मक-सृजनात्मक अभिव्यक्ति जीवन में नवरस का संचार करती है। सृजनात्मक कला से जुड़ने से व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होता है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने आज 2 दिवसीय रंग महोत्सव के कलात्मक रंग आयाम-रंग सृजन इवेंट का उद्घाटन करते हुए यह विचार रखे। उन्होंने कहा कि रंग सृजन के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में सृजनात्मक कला के हुनर को तराशना है। कुलपति ने इस अवसर पर विजुअल आर्ट्स विभाग के लिए आर्ट्स म्यूजियम बनाने की घोषणा की। समारोह में उपस्थित विशिष्ट अतिथि प्रतिष्ठित काॅरपोरेट विशेषज्ञ विश्व रमण निर्मल ने कहा कि कला जीवन में रंग भरता है। जीवन को कला कला अर्थ देती है, ऐसा उनका कहना था।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ. एसके कुश्वाह ने कहा कि ललित कला में पारंगता निरंतर प्रयास करने से संभव है। विद्यार्थियों को कला कौशल सीखने की दृढ़ इच्छा होनी चाहिए। डीन, स्टूडेंट वेलफेयर तथा रंग महोत्सव के संयोजक प्रो. रणदीप राणा ने स्वागत भाषण दिया। रंग सृजन के संयोजक, विजुअल आर्ट्स विभागाध्यक्ष संजय कुमार ने रंग सृजन इवेंट के बारे बताया। मंच संचालन छात्रा कृषिका ने किया। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विजुअल आर्ट्स विभाग में लगाई फोटो प्रदर्शनी तथा चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया। समारोह में प्रो. सत्यवान बरोदा, डाॅ. अंजलि दूहन, डाॅ. राजेश कुमार, प्रवीण कुमार, प्रो. हरीश कुमार, प्रो. राजेन्द्र शर्मा, प्रो. कुलताज सिंह, प्रो. आशीष दहिया, डाॅ. प्रताप राठी, सुनित मुखर्जी व पंकज नैन मौजूद रहे।