करोड़ों का गन्ना सप्लाई, भुगतान एक पैसा भी नहीं
यमुनानगर,11 दिसंबर
हरियाणा में शुगर मिलों को चले हुए लगभग एक महीना हो गया, करोड़ों रुपये का गन्ना शुगर मिलों में सप्लाई हो चुका है, भुगतान एक पैसे का भी नहीं हुआ। हरियाणा में 14 शुगर मिल हैं, जिनमें 11 सहकारी और तीन निजी क्षेत्र की हैं। ग़न्ना सप्लाई के 14 दिन के अंदर गन्ने की पेमेंट का भुगतान किये जाने का प्रावधान है। अभी तक गन्ने का भुगतान शुरू नहीं हुआ। इसमें सरकार द्वारा शुगर मिलों को फॉर्मूला न भेजने के चलते अड़चन आ रही है। सरकार द्वारा प्रतिवर्ष शुगर मिलों को एक फार्मूला बनाकर भेजा जाता है। इसके तहत शुगर मिलों द्वारा किसानों को गन्ने का मूल्य का भुगतान करने पर होने वाले घाटे की सब्सिडी देकर आपूर्ति की जाती है, यही फार्मूला अभी तक सरकार ने नहीं भेजा है। इसी बीच यमुनानगर की एकमात्र सरस्वती शुगर मिल ने अपने यहां भुगतान का शेड्यूल आज जारी किया है।
गन्ने की खेती पिछले वर्ष से 15% कम
हरियाणा में पिछले वर्ष के 3.50 लाख एकड़ में गन्ने की पैदावार थी जबकि इस वर्ष 2.96 लाख एकड़ में ही गन्ने की खेती हुई है, जो पिछले वर्ष से लगभग 15% कम है। गन्ने की खेती पिछले काफी समय से कहीं बीमारियों से ग्रसित होने के कारण किसान परेशान हैं। कई किसानों ने इन बीमारियों के चलते गन्ने की पैदावार बंद कर दी है, जिसके चलते शुगर मिल भी प्रभावित हुई है।
सरस्वती शुगर मिल प्रबंधन का कहना है
सरस्वती शुगर मिल प्रबन्धन का कहना है कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा के आश्वासन के बाद मिल प्रशासन ने गन्ने का भुगतान शुरू कर दिया है। हालांकि सरकार की ओर से अभी सब्सिडी के फार्मूले का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है, लेकिन किसानों की मांग को देखते हुए मिल ने भुगतान खोल दिया है। 30 नवंबर तक पेमेंट का शेड्यल जारी कर दिया है, जोकि करीब 70 करोड़ रुपये है।
पिछले दिनों गन्ना भुगतान की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन व भारतीय किसान संगठन के पदाधिकारी कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा से मिले थे। भाकियू के जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना व भाकिसं के प्रदेश महामंत्री रामबीर सिंह चौहान ने अवगत करवाया था कि गन्ना भुगतान न होने के कारण किसान आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। उसके बाद कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने मिल प्रबंधन से बात की और जल्द ही सब्सिडी के फार्मूले का नोटिफिकेशन जारी होने का आश्वासन दिया। कृषि मंत्री के आश्वासन पर मिल प्रशासन ने गन्ना भुगतान खोल दिया। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने जल्द सब्सिडी फार्मूले का नोटिफिकेशन जारी किए जाने का आश्वासन दिया है।
गन्ना उत्पादक किसानों के भुगतान का प्रबंध करें : सतपाल कौशिक
हरियाणा के गन्ना उत्पादक व किसान नेता सतपाल कौशिक का कहना है कि हरियाणा में गन्ना भुगतान शुरू न होना यह दर्शाता है कि हरियाणा में किसान हरियाणा सरकार की प्राथमिकता से बाहर हैं। उन्होंने कहा की हरियाणा में शुगर मिल एक महीना पहले गन्ने की पेराई शुरू कर चुकी और गन्ने का भाव तो हरियाणा सरकार ने गत वर्ष ही इस वर्ष का घोषित कर दिया था। लेकिन सरकार की किसानों के प्रति इतनी अनदेखी है कि सरकार 2 महीने से हनीमून मोड में चल रही है। सरकार के पास इतना समय भी नहीं है कि मिलों को पेमेंट फार्मूला बनाकर भेज दे, जो हर वर्ष भेजती थी। कौशिक ने कहा कि आज हरियाणा का कृषि मंत्री किसान होने के बावजूद भी किसान को गन्ने का भुगतान समय पर शुरू न होना यह दर्शाता है कि सरकारी मशीनरी किसानों के लिए ठीक कार्य नहीं कर रही है। कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह जल्दी से जल्दी गन्ना उत्पादक किसानों के भुगतान का प्रबंध करें।