कम संसाधनों में अधिक कपास का उत्पादन कर सकते हैं : काम्बोज
हिसार, 20 फरवरी (हप्र)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा कपास को लेकर एकीकृत खेती प्रबंधन पर 3 दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। हकृवि के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में प्रदेश के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज मुख्यातिथि रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त कृषि निदेशक डॉ. राम प्रकाश सिहाग ने की।
कुलपति प्रो. काम्बोज ने अधिकारियों से प्रदेश में कपास के क्षेत्र एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कपास की अधिक पैदावार लेने के लिए उन्नत किस्म के बीजों का चयन, उचित समय पर बुवाई, खरपतवारों पर नियंत्रण, निर्धारित मात्रा में खाद और पानी का प्रयोग व कीटों और रोगों से बचाव के लिए समय पर उपाय करने की हिदायत दी। उन्होंने कपास की फसल के लिए किसानों को जागरूक करने हेतु ब्लाक स्तर पर प्रदर्शन प्लांट लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को फील्ड वर्क के प्रति पूरी सजगता के साथ कार्य करना होगा ताकि किसानों को समय पर फसल संबंधी तकनीकी जानकारी मिलती रहे। उन्होंने कहा कि उन्नत कृषि तकनीक अपनाकर कपास की बेहतर पैदावार प्राप्त की जा सकती है। कुलपति ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए।
डॉ. राम प्रकाश सिहाग ने बताया कि कपास हरियाणा की एक महत्वपूर्ण नगदी फसल है। ये प्रशिक्षण हरियाणा सरकार के कृषक हितैषी दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके तहत राज्य के कपास उत्पादक किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनकी आय में बढ़ोतरी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने किसानों को कीटों से बचाव के लिए कम लागत वाली तकनीकों को अपनाने की सलाह दी। नवीनतम तकनीक से किसान कम संसाधनों में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।