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कपड़ा और फैशन उद्योग में बौद्धिक संपदा अधिकारों पर कार्यशाला

09:50 AM Aug 23, 2024 IST
कपड़ा और फैशन उद्योग में बौद्धिक संपदा अधिकारों पर कार्यशाला
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चंडीगढ़, 22 अगस्त (ट्रिन्यू)
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के डीएसटी-सेंटर फॉर पॉलिसी द्वारा आज गोल्डन जुबली हॉल में ‘कपड़ा और फैशन उद्योग में नवाचारों की रक्षा में बौद्धिक संपदा अधिकारों की भूमिका’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सीपीआर, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (यूआईएफटी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी), पंचकूला के साथ साझेदारी में आयोजित इस कार्यक्रम में स्टार्टअप मालिकों, उद्यमियों, रिसर्च स्कॉलरों और विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों के छात्रों सहित 150 उपस्थित लोगों ने भाग लिया। कार्यशाला की शुरुआत डीएसटी-सीपीआर के समन्वयक कश्मीर सिंह के स्वागत भाषण से हुई। पंजाब विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. यजवेंद्र पाल वर्मा ने कार्यशाला का उद्घाटन किया और भारत की अर्थव्यवस्था में कपड़ा निर्यात के महत्व को रेखांकित किया।
विशिष्ट अतिथियों में पंजाब सरकार के पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (पीएससीएसटी) के कार्यकारी निदेशक प्रीतपाल सिंह भी थे जिन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे पीएससीएसटी द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियां 9,000 से अधिक उद्योगों की मदद कर रही हैं। उन्होंने सामाजिक लाभ सुनिश्चित करने के लिए इन प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण के महत्व पर भी जोर दिया। निफ्ट पंचकूला के निदेशक अमनदीप सिंह ग्रोवर ने फैशन और कपड़ा क्षेत्र में प्रत्येक छात्र के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) जागरूकता के महत्व पर जोर दिया। डॉ. दपिंदर कौर बख्शी, संयुक्त निदेशक, पीएससीएसटी पंजाब ने प्रतिभागियों को पीएससीएसटी के माध्यम से उपलब्ध समर्थन और सहयोगात्मक अवसरों के बारे में एक संक्षिप्त विवरण दिया और कपड़ा उद्योग को सशक्त बनाने के उद्देश्य से सरकार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की।
मुख्य अतिथि शिंगोरा टेक्सटाइल्स, पंजाब की वाइस चेयरपर्सन मृदुला जैन ने अपने संबोधन में शिंगोरा को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रांड में बदलने की अपनी प्रेरक यात्रा साझा की। दिव्या कौशिक ने कपड़ा और फैशन उद्योग में बौद्धिक संपदा के दायरे पर एक व्यावहारिक बातचीत दी।
पंजाब विश्वविद्यालय में कानून विभाग से ज्योति रतन ने कपड़ा और फैशन उद्योग में बौद्धिक संपदा अधिकारों के लिए एआई के मुद्दों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। राहुल तनेजा ने फैशन और कपड़ा उद्योग, विशेष रूप से आईपी सुरक्षा के क्षेत्र में एचएससीएसटी द्वारा किए गए योगदान को रेखांकित किया और आईपीआर के महत्व पर भी विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला में कपड़ा और फैशन उद्योग में उभरते स्टार्टअप के अभिनव कार्यों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी लगाई गई।

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