ऑनलाइन डायरी के ‘तुगलकी’ फरमान के खिलाफ शिक्षकों का फूटा गुस्सा, डीईओ कार्यालय पर किया प्रदर्शन
रेवाड़ी, 17 अप्रैल (हप्र)
हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए एमआईएस पोर्टल पर ऑनलाइन शिक्षक डायरी अनिवार्य करने के आदेश के विरोध में बृहस्पतिवार को जिलेभर के शिक्षक सड़क पर उतर आए। हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) और राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के संयुक्त नेतृत्व में शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व हसला के जिला प्रधान मनोज मसानी और राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान धर्मेंद्र यादव ने किया। प्रदर्शन में जिले के सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए और उन्होंने नारेबाजी कर ऑनलाइन डायरी को वापस लेने की मांग की।
प्रधान मनोज मसानी ने कहा कि शिक्षक पहले से ही ऑफलाइन डायरी नियमित रूप से भरते हैं। अब ऑनलाइन डायरी लिखने का फरमान न केवल अव्यावहारिक है, बल्कि इससे शिक्षकों का कीमती समय बर्बाद होगा। यह व्यवस्था स्कूलों के शैक्षिक माहौल को भी प्रभावित करेगी। वहीं धर्मेंद्र यादव ने कहा कि ज्यादातर सरकारी स्कूलों में न तो कंप्यूटर हैं और न ही इंटरनेट की सुविधा। ऐसे में यह आदेश तुगलकी फरमान जैसा है, जिससे शिक्षक मानसिक दबाव में आ जाएंगे।
प्राचार्या नम्रता सचदेवा ने कहा कि तकनीकी कार्यों में उलझने से शिक्षकों का ध्यान विद्यार्थियों की पढ़ाई से हट जाएगा और इसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा। प्रदर्शन के बाद शिक्षक प्रतिनिधिमंडल ने जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सांभरिया और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कपिल पूनिया को शिक्षा मंत्री व शिक्षा निदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में राजवीर यादव सुनील यादव, पवन शर्मा, रविंद्र यादव, संजय डाबला, रमेश सिंघल, कर्मचंद यादव, पतराम, टेकचंद शर्मा, प्रमोद यादव, अजय यादव, रमेश शास्त्री, कपिल कुमार, निखिल मुदगिल, राकेश जेलदार आदि मौजूद थे।