एसजीपीसी अध्यक्ष धामी का इस्तीफा
अमृतसर/ संगरूर, 17 फरवरी (ट्रिन्यू/ निस)
हरजिंदर सिंह धामी ने सोमवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के अध्यक्ष पद और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के सदस्यता अभियान की देखरेख के लिए अकाल तख्त जत्थेदार द्वारा नियुक्त सात सदस्यीय समिति से इस्तीफा दे दिया। एसजीपीसी कार्यकारी ने अभी तक उनके इस्तीफे की स्वीकृति पर निर्णय नहीं लिया है।
धामी का इस्तीफा ज्ञानी हरप्रीत सिंह को तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार पद से हटाए जाने के कुछ दिनों बाद आया है। शिअद के प्रभुत्व वाली एसजीपीसी ने 10 फरवरी को ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर ‘नैतिक कदाचार’ के आरोप में कार्रवाई की थी। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की बर्खास्तगी की निंदा करते हुए इसे ‘जत्थेदार संस्था’ की स्वतंत्रता और अधिकार पर हमला बताया था।
चार बार एसजीपीसी अध्यक्ष रहे धामी ने सोमवार को जल्दबाजी में बुलाई गई प्रेस वार्ता में ‘नैतिक आधार’ पर पद छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की। उन्होंने अकाल तख्त के जत्थेदार की 13 फरवरी की फेसबुक पोस्ट का हवाला दिया, जिसमें ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाने की प्रक्रिया की आलोचना की गयी थी। पोस्ट में कहा गया था कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाया जाना अत्यधिक निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है, जो तख्त साहिबों के स्वतंत्र अस्तित्व को नुकसान पहुंचाएगा।
जत्थेदार रघबीर सिंह की पोस्ट का जिक्र करते हुए धामी ने कहा, ‘मैं एसजीपीसी के अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी लेता हूं और तत्काल प्रभाव से नैतिक आधार पर अपने पद से इस्तीफा देता हूं।’ उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अकाल तख्त जत्थेदार को पत्र लिखकर शिअद के सदस्यता अभियान की निगरानी के लिए नियुक्त सात सदस्यीय समिति में अपनी भूमिका से मुक्त होने का अनुरोध किया है।