एसएसपी, एसपी और विधायक ने जाना पूर्व सैनिक का हाल
बठिंडा में कांग्रेस विधायक परगट सिंह निजी हॉस्पिटल में पूर्व सैनिक रणधीर सिंह का हाल-चाल जानने पहुंचे। रणधीर सिंह के मुताबिक वह पिछले काफी समय से गांव में गठित कमेटी की मदद से गांव से नशे को खत्म करने के लिए नशा मुक्ति अभियान चला रहे थे। वे नशा बेचने वालों का विरोध कर रहे थे। इसी कारण नशा तस्कर उनसे रंजिश रखते थे। इसके चलते सोमवार को कथित नशा कारोबारियों ने उनकी बुरी तरह पिटाई की और टांगें तोड़ दीं। उनको इलाज के लिए बठिंडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उसके एक पैर का ऑपरेशन होना बाकी है।
परगट सिंह ने कहा कि हम सभी को ऐसे हालातों का मजबूत होकर इसका सामना करना चाहिए। मैं उनके गांवों में भी जाऊंगा और गांव के लोगों को इकट्ठा करने की कोशिश करूंगा। क्योंकि अकेली पुलिस इस काम को ठीक नहीं कर सकती, हमें भी साथ देना होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की नाकामी की असली वजह यह है कि दिल्ली में बैठे लोग स्क्रिप्ट लिखते हैं। भगवंत मान कलाकार हैं और यह पढ़ते हैं और बोलते हैं। हम सभी को सामाजिक और प्रशासनिक तौर पर मजबूत होना होगा।
पूर्व सैनिक का हाल जानने के लिए एसएसपी बठिंडा अमनीत कोंडल और एसपी हीना गुप्ता अस्पताल पहुंचे। एसएसपी का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने पीड़ित के बयान पर थाना कोटफत्ता में तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह और गुरप्रीत सिंह को हथियारों और कार समेत गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि घटना में शामिल तीसरे आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। नशा तस्करों से त्रस्त बठिंडा जिले के इसी गांव भाई बख्तौर में 'हमारा गांव बिकाऊ है' के पोस्टर लगाने वाले युवक को धमकाने के मामले में एसएसपी अमनीत कौडल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोट फत्ता थाना प्रमुख को लाइन हाजिर कर दिया है। थाना प्रमुख की धमकियों से परेशान लखबीर सिंह नामक इस युवक ने बीती देर रात अपनी चार माह की बेटी के साथ सोशल मीडिया पर लाइव होकर थाना प्रमुख इंस्पेक्टर मनीष कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे।