रोहतक, 28 फरवरी (हप्र)फिल्मों के जरिए सार्थक सामाजिक संदेश देने, मानवीय संवेदनाओं को उजागर करने, प्रांतीय तथा राष्ट्रीय समृद्ध धरोहर तथा इतिहास की दास्तां बयां करने के संदेश के साथ महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में फिल्म मेकिंग कार्यशाला का आयोजन हुआ।एमडीयू के छात्र कल्याण विभाग के तत्वावधान में सिने फाउंडेशन, हरियाणा तथा विश्व संवाद केंद्र के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान हरियाणा फिल्म महोत्सव 2025 के पोस्टर का लोकार्पण भी किया गया। इस मौके पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि सिनेमा न केवल मनोरंजन का बड़ा साधन है, बल्कि सामाजिक मूल्यों का भी चित्रण सिनेमा के जरिए संभव होता है।कार्यक्रम के संचालन-समन्वयन प्राध्यापक एवं निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने कहा कि बचपन से ही हम कथा-कहानियां सुनते हैं। फिल्में कथा-कहानी कहने का सशक्त दृश्य-श्रव्य माध्यम हैं। विशेषज्ञ वक्ता डॉ. रविन्द्र साहू ने 4-5 अप्रैल को होने वाले हरियाणा फिल्म महोत्सव 2025 की जानकारी दी। फिल्म निदेशक हरिओम कौशिक ने फिल्म निर्माण की बारीकियों पर प्रकाश डाला। फिल्म लेखक विकास बेरवाल ने फिल्म पटकथा लेखन तथा निर्देशन की बारीकियां साझा की।राजकीय पीजी नेहरू कॉलेज झज्जर की प्राध्यापिका डॉ. कविता दहिया, एलएन हिंदू कॉलेज रोहतक के प्राध्यापक डॉ. सुमित सहरावत, पंकज नैन की उपस्थिति कार्यक्रम में रही। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। इस कार्यशाला में 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया।