एनएसएस से विद्यार्थी बनते हैं स्वावलंबी और अनुशासित : डॉ. अरुण
मंडी अटेली, 28 फरवरी (निस)
राजकीय महाविद्यालय सिहमा में आज से सात दिवसीय एनएसएस शिविर का आगाज हुआ, जो युवाओं के जीवन में एक नया मोड़ लाने का वादा करता है। इस शिविर का उद्घाटन महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार की अध्यक्षता में हुआ। इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी के कॉलेज कोर्ट मेंबर डॉ. अरुण कुमार मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने विद्यार्थियों को एनएसएस के महत्व को समझते हुए 'नॉट मी बट यू' के सिद्धांत को अपनाने की अपील की।
डॉ. अरुण ने कहा कि एनएसएस सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि यह युवाओं को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने का एक अद्वितीय अवसर है। यहां वे ना केवल स्वावलंबन और अनुशासन सीखते हैं, बल्कि एक मजबूत नेतृत्व क्षमता भी विकसित करते हैं।
शिविर के पहले दिन एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर अंकित कुमार की देखरेख में कई रोचक गतिविधियां आयोजित की गईं। विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया के प्रभाव और उसके सही उपयोग पर चर्चा की और एक सक्रिय डिबेट सत्र में अपनी राय व्यक्त की।
डॉ. सुनील कुमार ने इस मौके पर कहा कि युवाओं में सक्रियता और आत्मनिर्भरता की भावना भरने के लिए ऐसे शिविर महत्वपूर्ण हैं। यही वह दिशा है, जो उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती है। इस आयोजन में महाविद्यालय का स्टाफ और प्रवीण यादव भी उपस्थित थे, जिन्होंने युवाओं को शिविर में पूर्ण भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया।