एडीसी को अविश्वास प्रस्ताव सौंपकर मीटिंग बुलाने की मांग
मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 4 मार्च
जिले के रतिया नगर पालिका के 14 पार्षद मंगलवार को लघु सचिवालय में डीसी से मिलने आए थे, लेकिन जिला उपायुक्त की अनुपस्थिति में अतिरिक्त उपायुक्त से मिलकर तथा सभी ने अलग हल्फिया बयान सौंपकर प्रधान व उपप्रधान के खिलाफ अविश्वास व्यक्त किया। कुल 17 में से 14 पार्षदों ने अतिरिक्त उपायुक्त से अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक बुलाने की मांग की। गौरतलब है कि कांग्रेस समर्थक नगरपालिका चेयरपर्सन प्रीति खन्ना ने चार दिन पहले ही 28 फरवरी को भाजपा का पटका पहना था। 28 फरवरी को जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जाखल में नगरपालिका चुनाव में प्रचार करने आए तो उन्होंने प्रीति खन्ना को भाजपा का पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया था। जिला उपायुक्त से मिलने आए पार्षदों ने चेयरपर्सन व उपप्रधान दोनों पर ही विकास कार्यों में भेदभाव के आरोप लगाते हुए कहा कि उनके वार्डो में विकास का कोई काम नहीं हो पा रहा। पार्षदों ने कहा कि नगरपालिका की चेयरपर्सन प्रीति खन्ना व उप प्रधान जोगेंद्र नंदा अपना विश्वास खो चुके हैं और कार्य करवाने में असमर्थ हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपये का बजट दिया है और वार्डों में बहुत से काम होने हैं, लेकिन पौने 3 साल से कोई काम नहीं हो रहे। प्रधान और उपप्रधान विकास कार्यों में अड़चन बने हुए हैं। न केवल पार्षदों से भेदभाव किया जा रहा है बल्कि जनता का विश्वास भी प्रधान और उप प्रधान खो चुके हैं। इसीलिए उन्होंने दोनों पर अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए मीटिंग बुलाई जाने की मांग की है। हालांकि जिला उपायुक्त को मिलने आए पार्षदों की संख्या 14 थी, लेकिन एडीसी को सौंपे गए अविश्वास प्रस्ताव पर 15 पार्षदों के हस्ताक्षर थे।
याद रहे कि इससे पहले दिसंबर महीने में ब्लॉक समिति रतिया प्रधान के खिलाफ भी पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाए थे, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव बुरी तरह औंधे मुंह गिरा था।