एक ही स्टांप पेपर पर दोबारा रजिस्ट्री करवाने पर 9 लोगों को सम्मन जारी
मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 4 अप्रैल
फतेहाबाद के बहुचर्चित स्टांप घोटाले में प्रशासन ने रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है, जबकि जिला पुलिस को स्टांप घोटाले में 2-2 नामजद शिकायतें मिलने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही। फतेहाबाद के उपमंडलाधीश राजेश कुमार की अदालत ने पहले प्रयोग किए जा चुके उन्हीं स्टांप पेपरों पर नाम बदलकर पुनः रजिस्ट्री करवाने वाले 19 लोगों को सम्मन जारी किए हैं। दैनिक ट्रिब्यून द्वारा स्टांप घोटाला उजागर करने के बाद प्रशासन को जांच में 9 रजिस्ट्रियां मिली थीं। जिनमें करीब 8 लाख 60 हज़ार के स्टांप पुनः प्रयोग किए गए थे। एसडीएम अदालत ने सभी 9 लोगों को सम्मन जारी किए थे। जिनमें वेद प्रकाश, राकेश, गुरमेल सिंह, वीणा रानी, स्नेह, घनश्याम दास, रेनू, के अलावा भट्टू कलां की दिव्या व हिसार की सेक्टर-15 निवासी सुनीता शामिल हैं। एसडीएम ने सभी को 15 अप्रैल को पेश होकर अपना पक्ष रखने को कहा। बता दें कि स्टांप घोटाले में 6 मार्च को डॉ. अजय नारंग ने एसपी आस्था मोदी को मिलकर तत्कालीन तहसीलदार, रजिस्ट्री क्लर्क, प्रॉपर्टी डीलर व उसके करीब 3 लाख के स्टांप का नाम बदलकर यूज करने वाले वेद प्रकाश के खिलाफ कारवाई की मांग की थी। शिकायत को एसपी ने आर्थिक अपराध शाखा को जांच के लिए भेजा था। आर्थिक अपराध शाखा के इंचार्ज इंस्पेक्टर संदीप श्योराण ने बताया कि उन्होंने मामले की जांच करके शहर थाना को आगामी कारवाई के लिए भेज दी है। स्टांप घोटाले में ही शहर थाना में नायब तहसीलदार की शिकायत पर 19 मार्च को 3 मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ 8 लाख 60 हजार की हेराफेरी का मामला दर्ज किया गया था। अब 16 दिन बाद भी पुलिस मोबाइल धारकों के नाम पता नहीं कर पाई। जांच अधिकारी एएस आई मलकीत सिंह ने बताया कि आईडी पता करने के लिए साइबर शाखा को भेज रखा है।