आवारा कुत्तों को ठंड से बचाने के लिए एक दशक से जलाया जा रहा अलाव
अरविंद शर्मा/हप्र
जगाधरी, 1 जनवरी
कड़ाके की सर्दी से इंसान तो क्या पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। ठंड में ठिठुरते जरूरतमंदों को संस्थाएं कपड़े देती हैं। वहीं, जगाधरी में एक संस्था द्वारा अनूठी ही मुहिम चलाई जा रही है। श्री हनुमान अखाड़ा संस्था जगाधरी गलियों में घूमने वाले कुत्तों को ठंड से बचाने का बीड़ा उठाए हुए हैं। उनके द्वारा यह कार्य सालों से किया जा रहा है। इनके द्वारा जलाये गए अलाव के नजदीक डाली गई बोरियों पर कुत्ते पड़े रहते हैं।
श्री हनुमान अखाड़ा जगाधरी के कुलदीप सिंह रोकी पहलवान, मन्नी आदि ने बताया कि वे करीब एक दशक से 25 दिसंबर से मकर संक्रांति तक अलाव जलाते हैं। यह 24 घंटे जलता है। उनका कहना है कि इस कार्य में शहर के दानी सज्जनों का पूरा सहयोग मिलता है।
रोकी पहलवान का कहना है कि अलाव के पास दिन के बजाय रात को ज्यादा कुत्ते बैठते हैं। जमीन ठंडी न लगे इसलिए नीचे बोरे आदि बिछाये जाते हैं। रोकी का कहना है कि बेजुबानों के प्रति भी सभी को दया का भाव रखना चाहिए। उनका कहना है कि वैसे भी बड़े -बुजुर्ग कहते हैं कि गली के कुत्ते बिन झोली के फकीर होते हैं। इन्हें खाना देना पुण्य बताया गया है। उनका कहना है कि बेजुबानों को मारना नहीं चाहिए।