For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

इंग्लैंड दौरे को यादगार बनाएं, हर गेंद पर चुनौती पेश करें : गंभीर

05:00 AM Jun 13, 2025 IST
इंग्लैंड दौरे को यादगार बनाएं  हर गेंद पर चुनौती पेश करें   गंभीर
Advertisement

बेकेनहैम (इंग्लैंड), 12 जून (एजेंसी)
भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अपनी टीम से अपने कम्फर्ट जोन (सहज स्थिति) से बाहर निकलने और संन्यास ले चुके स्टार खिलाड़ियों कोहली, रोहित और अश्विन की अनुपस्थिति में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला को यादगार बनाने को कहा है। उन्होंने कहा, शुभमन गिल की अगुवाई वाली मौजूदा टीम में कुछ खास हासिल करने के लिए ‘जुनून और प्रतिबद्धता’ महसूस कर सकते हैं। गंभीर ने बीसीसीआई टीवी से अश्विन, रोहित और कोहली के हाल ही में संन्यास का जिक्र करते हुए कहा, इस दौरे को देखने के दो तरीके हैं। एक तो यह कि हम अपने तीन सबसे अनुभवी खिलाड़ियों के बिना हैं या हमें देश के लिए कुछ खास करने का यह अभूतपूर्व अवसर मिला है। उन्होंने कहा, जब मैं इस समूह को देखता हूं तो मुझे कुछ खास करने की भूख, जुनून और प्रतिबद्धता दिखती है। अगर हम हर दिन नहीं बल्कि हर सत्र, हर घंटे और हर गेंद पर चुनौती पेश करना शुरू करते हैं तो मुझे लगता है कि हम इसे एक यादगार दौरा बना सकते हैं।
सुदर्शन-अर्शदीप का टीम में स्वागत किया : गंभीर ने इंग्लैंड दौरे पर पूरी टीम का स्वागत किया और बी.साई सुदर्शन से शुरुआत करते हुए कुछ सदस्यों की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा, पहली बार टेस्ट टीम में बुलाया जाना हमेशा खास होता है। इसलिए मैं साई का स्वागत करना चाहता हूं जिनके लिए बल्ले से तीन महीने शानदार रहे हैं और सुनिश्चित कीजिए कि आपका लाल गेंद का करियर बेहद सफल हो। गंभीर ने उम्मीद जताई कि तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह टेस्ट क्रिकेट में भी अपना प्रभाव छोड़ेंगे। इस 43 वर्षीय कोच ने इसके बाद गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत की पीठ भी थपथपाई। गंभीर ने कहा, मैं शुभमन को भी बधाई देना चाहता हूं जो पहली बार कप्तानी कर रहे हैं। अपने देश की टेस्ट टीम का नेतृत्व करने से बड़ा कोई सम्मान नहीं है।

Advertisement

नायर में कभी हार न मानने का जज्बा गंभीर ने करुण नायर की भी तारीफ की जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में वापसी की। भारतीय कोच ने कहा, आपने जितने रन बनाए हैं और कभी हार ना मानने का जज्बा है उसने आपको टीम में वापस ला दिया है। नायर ने कहा कि वह भारत के लिए खेलने का दूसरा मौका मिलने पर आभारी हैं। मुझे यकीन है कि एक बार जब मैं मैदान पर उतरूंगा तो मेरे अंदर बहुत सारी भावनाएं होंगी लेकिन अभी मैं उन्हें व्यक्त नहीं कर सकता। कप्तान गिल ने अपने साथियों से कहा, आइए प्रत्येक नेट सत्र को सार्थक बनाएं। आइए खुद को थोड़ा दबाव में रखें। जब हम मैदान पर उतरते हैं तो इसका मतलब सिर्फ मैदान पर जाकर टिके रहना नहीं होता। आइए हम अपने खेल का पता लगाएं, जब हम पर दबाव डाला जाएगा तो हम कैसे खेलेंगे - चाहे वह गेंदबाज हो या बल्लेबाज।

Advertisement
Advertisement
Advertisement