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आध्यात्मिक परंपरा का एक जीवंत स्वरूप है शोभा यात्रा : कृष्णानंद

06:00 AM Jun 01, 2025 IST
आध्यात्मिक परंपरा का एक जीवंत स्वरूप है शोभा यात्रा   कृष्णानंद
भिवानी में शोभा यात्रा में मौजूद श्रद्धालु।  -हप्र
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भिवानी, 31 मई (हप्र)

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तपोभूमि परमहंस योगाश्रम धाम में श्री श्री 1008 स्वामी भास्करानंद परमहंस की पावन पुण्यस्मृति के उपलक्ष्य में साप्ताहिक 30वें वार्षिक महोत्सव का आगाज शनिवार को नाम संकीर्तन शोभा यात्रा से हुआ। यह आयोजन सद्गुरूदेव महाराज के आर्शीवाद से और कृष्णाानंद महाराज के सान्निध्य में किया जा रहा है। इस महोत्सव के तहत नाम संकीर्तन पद यात्रा, कवि सम्मेलन, रूद्र महायज्ञ, सत्संग-प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

शोभायात्रा कृष्णा कॉलोनी चौक, जगदीश पुत्री पाठशाला व मालगोदाम रोड से होते हुए वापस आश्रम में संपन्न हुई। इस दौरान 350 से भी अधिक महिला व पुरूष श्रद्धालु मौजूद रहे। शोभा यात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया। कृष्णानंद महाराज ने कहा कि शोभा यात्रा भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का एक जीवंत और भक्ति-प्रधान स्वरूप है, जो जनमानस को धर्म, संस्कृति और आस्था से जोड़ने का काम करती है। 30वां वार्षिक महोत्सव के तहत आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम की कड़ी में 1 जून से 7 जून तक प्रतिदिन रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। एक जून से 3 जून तक नाम संकीर्तन का आयोजन होगा। 2 जून को परमपूज्य महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज सत्संग में प्रवचन देंगे। 4 से 6 जून तक सत्संग में स्वामी मदनमोहन अलंकार प्रवचन देंगे। 7 जून रुद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति व पूज्य सद्गुरुदेव के पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

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