अस्पताल में डिलीवरी के लिए आयी महिला से मारपीट!
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 18 फरवरी
नरवाना के सिविल अस्पताल में डिलीवरी के लिए आयी महिला के साथ एक महिला चिकित्सक द्वारा कथित रूप से मारपीट किए जाने और उसके साथ दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सीएम विंडो तक पहुंच गया है। महिला के ससुर की शिकायत पर जींद के स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित की है। यह जांच कमेटी पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को देगी।
सीएम विंडो में शिकायत देकर नरवाना के वार्ड नंबर-3 के राजेश ने बताया कि उसकी पुत्रवधू को डिलीवरी के लिए 11 फरवरी को नरवाना के सिविल अस्पताल में शाम लगभग 6 बजे दाखिल करवाया गया था। शिकायत में राजेश ने कहा कि उसकी पुत्रवधू को डिलीवरी के दौरान महिला चिकित्सक ने थप्पड़ मारे और गालियां दीं। राजेश ने आरोप लगाया है कज उसकी पुत्रवधू के साथ बार-बार और लगातार दुर्व्यवहार किया गया, जिसके कारण उसकी पुत्रवधू ने मृत बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डिलीवरी के दौरान चिकित्सक की लापरवाही से पुत्रवधू की बच्चेदानी फट गई और उसकी हालत खराब हो गई। बाद में उन्होंने अपनी पुत्रवधू को जींद के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। राजेश ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसकी पुत्रवधू की डिलीवरी के दौरान लापरवाही बरतने, उसके साथ मारपीट करने, बुरा व्यवहार करने तथा इसके कारण उसकी पुत्रवधू द्वारा मृत बच्चे को जन्म दिए जाने की जांच करवाकर संबंधित महिला चिकित्सा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
डाक्टर दोषी मिली तो होगी कार्रवाई : कटारिया
जींद के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया ने यह मामला अपने नोटिस में आने के बाद जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। जांच कमेटी में जींद के सिविल अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस पूनिया और महिला मेडिकल अफसर डॉ. मंजू सिंगल को शामिल किया गया है। इस जांच कमेटी को डिप्टी सिविल सर्जन ने जल्द से जल्द जांच पूरी कर उन्हें रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। डॉ. पालेराम कटारिया ने कहा कि शिकायत की जांच होगी। अगर महिला डाॅक्टर लापरवाही बरतने, गर्भवती महिला के साथ मारपीट करने और बुरा व्यवहार करने की दोषी मिली तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।