अब घरों और उद्योगों को मिलेगी सस्ती बिजली, सौर ऊर्जा से रोशन होगा प्रदेश, कटों से भी मिलेगी निजात
चंडीगढ़, 8 मार्च (ट्रिन्यू)
प्रदेश में सौर और पवन ऊर्जा को अपनाने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य में अब 100 किलोवाट या उससे अधिक बिजली की खपत करने वाले घर, उद्योग और व्यवसाय सस्ती और स्वच्छ हरित ऊर्जा का सीधा लाभ उठा सकेंगे। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) ने हरित ऊर्जा ओपन एक्सेस विनियम, 2023 में संशोधन कर इसे और आसान बना दिया है। अब न केवल बड़े उद्योग, बल्कि सामान्य घरेलू उपभोक्ता भी अपने घर की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर इसका लाभ उठा सकेंगे।
खास बात यह है कि अब कोई अतिरिक्त अधिभार या सरकारी शुल्क नहीं लगेगा, जिससे बिजली के बिलों में भारी कटौती होगी।
हरियाणा बनेगा आत्मनिर्भर... प्रदेश की नायब सैनी सरकार ने अब कचरे से ऊर्जा बनाने वाले संयंत्रों को भी बिजली ग्रिड से जोड़ने की मंजूरी दे दी है। यानी, अब कचरा सिर्फ गंदगी नहीं, बल्कि ऊर्जा का बड़ा स्रोत बनेगा। यह कदम न केवल स्वच्छता मिशन को बल देगा, बल्कि हरियाणा को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगा।
कटों से मिलेगा छुटकारा
प्रदेश में बिजली कटौती एक बड़ी समस्या रही है, लेकिन नए नियमों के अनुसार, अब उद्योगों और व्यवसायों को बिना किसी बाधा के हरित ऊर्जा तक सीधी पहुंच मिलेगी। यहां तक कि जो उपभोक्ता स्वतंत्र फीडर से नहीं जुड़े हैं, वे भी अब ओपन एनर्जी मार्केट से बिजली खरीद सकते हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 2032 तक अपतटीय पवन ऊर्जा से जुड़ी सभी परियोजनाओं को पूर्ण रूप से लागू कर दिया जाए। इन परियोजनाओं से मिलने वाली बिजली पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा, जिससे यह सस्ती और सुलभ होगी।