अब एचएसएससी खुद करेगा कॉमन पात्रता परीक्षा का आयोजन, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से सीईटी करवाए जाने के पक्ष में नहीं सरकार
चंडीगढ़, 15 मार्च (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा विधानसभा में सीईटी (कॉमन पात्रता परीक्षा) की परीक्षा मई में करवाने का ऐलान किए जाने के बाद सरकार ने परीक्षाओं के आयोजन को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। इससे जुड़े अधिकांश वरिष्ठ अधिकारी इस बात के पक्ष में नहीं हैं कि सीईटी का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से करवाया जाए। ग्रुप-सी और ग्रुप-डी पदों की स्थायी भर्ती के लिए प्रदेश सरकार ने सीईटी यानि संयुक्त पात्रता परीक्षा को अनिवार्य किया हुआ है।
अब तक सिर्फ एक बार सीईटी हुआ है। मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले विधानसभा के बजट सेशन में मई में परीक्षा कराने की घोषणा की है। सीएम ने इस बारे में हुई बैठक में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग और हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से एग्जाम कराने की तैयारी करने के लिए कहा है। एनटीए ने हाल ही में जो भर्ती परीक्षाएं आयोजित की हैं, उनमें से कई के पेपर लीक हुए हैं।
हरियाणा में पेपर लीक व पेपर आउट जैसी घटनाओं को लेकर सरकार पहले से ही घिरी हुई है। सरकार को डर है कि हरियाणा में ग्रुप सी और डी भर्ती के लिए होने वाले सीईटी का पेपर लीक हो गया तो विपक्ष को सरकार को घेरने का मुद्दा मिल जाएगा। इसलिए उन्होंने एग्जाम एजेंसियों को टेस्ट की तैयारी करने के लिए कहा है।
इसको देखते हुए एनटीए ने भी सिर्फ एंट्रेंस परीक्षाओं पर ही फोकस शुरू कर दिया है। एचएसएससी सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री इस संबंध में बहुत जल्द केंद्र सरकार से बात करेंगे। इसके चलते एचएसएससी तथा हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड को सीईटी की समानांतर तैयारी के निर्देश जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने आयोग से कहा कि आयोग सीईटी की अनुमानित तारीख देखें, जिस पर इसे कराया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि एचएसएससी अपनी भी तैयारी करे। आयोग ने सीईटी की तैयारियों के सिलसिले में पिछले दिनों परीक्षा केंद्रों की रिपोर्ट मांग रखी है। आयोग के सदस्यों ने जिला उपायुक्तों के साथ बैठक भी कर ली है। जिला उपायुक्तों ने जिला शिक्षा अधिकारियों से परीक्षा केंद्रों को पूरी अपडेट मांग ली थी।