अधिकारी निर्माण कार्य शुरू करने पहुंचे, किसानों ने किया विरोध
गुरुग्राम, 31 दिसंबर (हप्र)
आईएमटी रोजकामेव में मंगलवार को एचएसआईआईडीसी के अधिकारी निर्माण कार्य शुरू करने के लिए पहुंचे। जेसीबी मशीन इत्यादि निर्माण कार्य शुरू करने के लिए बुलवाई गई, जैसे ही किसानों को इस बारे में जानकारी मिली तो सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर एचएसआईआईडीसी के निर्माण कार्य को रुकवा दिया। इस दौरान एचएसआईआईडीसी के कर्मचारियों ने पुलिस विभाग को भी मामले की सूचना दी। रोजका मेव एसएचओ दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।
किसानों के विरोध के चलते एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों को जेसीबी मशीनों के साथ बेरिंग लौटना पड़ा। चंद दिन पहले कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने किसानों को जबरन उठाकर निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही थी। जिसके कुछ दिन बाद एचएसआईआईडीसी के अधिकारी निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जेसीबी मशीनों को लेकर पहुंचे परंतु किसान पहले ही ऐलान कर चुके थे कि निर्माण कार्य किसी सूरत में भी नहीं होने दिया जाएगा।
किसानों ने मंगलवार को निर्माण कार्य एक बार फिर रुकवा दिया। पुलिस में एचएसआईडीसी के अधिकारी कर्मचारी मामले पर कुछ भी बोलने से साफ कतरा रहे हैं, लेकिन किसानों के विरोध के चलते उनकी एक नहीं चली और काम पूरी तरह से बंद है। आईएमटी रोजका मेव, धीरधोका, महरौला, खेड़ी कंकर, कंवरसिका, बड़ेलाकी सहित नौ गांव की 1600 एकड़ भूमि का वर्ष 2009 में प्रति एकड़ 25 लाख रुपए मुआवजा राशि देकर अधिग्रहण किया गया था।
बाद में इसी बढ़ाकर करीब 46 लाख रुपए प्रति एकड़ कर दिया लेकिन किसानों का आरोप है कि उनको उचित मुआवजा नहीं दिया गया। उनकी जमीनों को सस्ते दामों पर ले लिया गया और उनसे हलफनामा लेकर कानूनी अधिकार छीन लिए गए। ऐसा प्रदेश के किसी भी जिले में नहीं हुआ है। लिहाजा उन्हें उनका हक मिलना चाहिए। इसको लेकर किसान लंबे समय से संघर्ष कर रहा है। धरना -प्रदर्शन से लेकर ज्ञापन भी प्रतिनिधिमंडल कई बार दे चुका है। सभी राजनीतिक दलों के सामने किसान मुआवजा बढ़ाने की गुहार लगा चुका है। पिछले कुछ दिनों से किसानों ने आईएमटी सोहना का कामकाज रोका हुआ है। किसान नेता रफीक ने कहा कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा काम नहीं करने देंगे। इस संबंध में न तो पुलिस और न ही एचएसआईडीसी के किसी अधिकारी ने बयान दिया।