अधिकारी खुद छोड़ रहे हेडक्वार्टर, देरी से कार्यालय पहुंचना कर्मचारियों की बनी आदत
रोहित जैन/निस
कालांवाली, 9 जुलाई
उपमंडल व तहसील कार्यालय में रोजाना शहर व आस-पास के लगभग 66 गांवों के सैंकड़ों लोग रोजाना अपने विभिन्न कामों के लिए आते हैं, लेकिन यहां पदस्थ अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय में नहीं पहुंचते। कार्यालय के उच्चाधिकारी खुद अपना हेडक्वार्टर छोड़ रहे हैं। कार्यालय के कमरों में सुबह 11 बजे तक कुर्सियां खाली पड़ी रहती हैं और पंखे, लाइटें व एसी चालू रहते हैं जिससे आमजन को अपने काम करवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। उपमंडल के लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि उपमंडल व तहसील कार्यालय में सुचारू रूप से काम हो, ताकि आमजन को किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े। वहीं डीसी शांतनु शर्मा ने उक्त मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम मोहित कुमार को कालांवाली में बेहतर व्यवस्था बनाने के निर्देश दे दिए थे।
बलकरण सिंह, गुरनाम सिंह, गुरप्रीत सिंह, बिंदर सिंह, गौरव, दलजीत सिंह, राजविंद्र सिंह व राजू ने बताया कि जब से कालांवाली में उपमंडल स्तर के कार्य शुरू हुए हैं, तब से आमजन को पूर्ण रूप से उपमंडल स्तर के कार्य का लाभ नहीं मिल रहा। उपमंडल कार्यालय की स्थाई बिल्डिंग न होने और अधिकारियों व कर्मचारियों के नियमित काम न करने से आमजन काफी दुःखी व परेशान है। पिछले कई माह से ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण, आर्म लाइसेंस, विवाह पंजीकरण, इंतकाल दर्ज करवाने, फर्द निकलवाने, जमीन संबंधी कार्य करवाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी भी करीब 5 से 6 घंटे ही अपनी ड्यूटी निभाते हैं। कर्मचारी करीब 11 बजे तक ड्यूटी पर पहुंचते है और करीब 4 या साढ़े 4 बजे तक ड्यूटी से चले जाते हैं। इस संबंध में डीसी शांतनु शर्मा ने कहा कि एसडीएम कालांवाली को बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए निर्देश दे दिए हैं। आमजन को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
सीएम फ्लाइंग भी कर चुकी निरीक्षण, लेकिन असर बेअसर
बता दें कि उपमंडल व तहसील कार्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर लोग कई बार एसडीएम, डीसी, सीएम विंडो, सीएम के अलावा भी कई उच्चाधिकारियों व मंत्रियों के पास शिकायत दे चुके हैं। सीएम फ्लाइंग की टीम भी कई बार कार्यालय का दौरा कर चुकी है, लेकिन फिर भी कार्यालय में कर्मचारियों की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हो रहा।