अंबेडकर पर शाह की टिप्पणी को लेकर मचा घमासान
नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (एजेंसी)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संदर्भ में की गयी एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को सियासी घमासान मचा रहा। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने शाह पर संविधान निर्माता के अपमान का आरोप लगाते हुए उनसे माफी और इस्तीफे की मांग की। सदन में विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के कारण संसद ठप रही। संसद परिसर में भी प्रदर्शन किया गया।
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि गृह मंत्री की बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह का जोरदार बचाव करते हुए सोशल मीडिया मंच पर कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने संविधान निर्माता का अपमान करने के कांग्रेस के काले इतिहास की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और उसके दूषित इकोसिस्टम को लगता है कि उसके दुर्भावनापूर्ण झूठ बाबा साहेब आंबेडकर के प्रति उसके कई वर्षों के कुकर्मों को छिपा सकते हैं, तो वह गंभीर भूल कर रही है।’ इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस व उससे जुड़े संगठनों ने कई राज्यों में राजभवनों तक मार्च भी निकाला।
विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। कांग्रेस ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया, जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि, ‘अभी एक फैशन हो गया है- अंबेडकर, अंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग
मिल जाता।’
गृह मंत्री को बर्खास्त करें पीएम : खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी मुख्यालय में कहा, ‘यह देश का दुर्भाग्य है कि एक दलित नायक, जो सबके लिए पूजनीय हैं, उनके बारे में इस तरह की टिप्पणी की गई है। अमित शाह जिस ‘स्कूल’ में पढ़े हैं, वहां यही पढ़ाया जाता है। शाह को गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को अंबेडकर के प्रति श्रद्धा है तो अमित शाह को आज रात 12 बजे तक बर्खास्त करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।’
... पर आपकी दाल नहीं गलेगी : शाह
अमित शाह ने संवाददाता में कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने जीवन भर बाबा साहेब का अपमान किया, उनके सिद्धांतों को दरकिनार किया वह आज उनके नाम पर भ्रांति फैलाना चाहते हैं। शाह ने कहा, मैं उस पार्टी और उस संस्कृति से आता हूं जो सपने में भी बाबा साहेब का अपमान नहीं कर सकती। कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि मेरे इस्तीफे से खड़गे साहब की दाल नहीं गलने वाली। उनकी समस्या का अंत नहीं होने वाला, क्योंकि उन्हें कम से कम 15 साल विपक्ष में ही बैठना है।