शिमला, 26 जून (हप्र)हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और कांगड़ा जिलों में बीते रोज भारी से बहुत भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ के बाद अब हालात सुधरने लगे हैं। बीती रात से राज्य में मानसून की वर्षा का प्रकोप थम जाने से प्रशासन और लोगों ने राहत की सांस ली है और बीते रोज की बाढ़ के बाद प्रभावित जिलों में राहत व बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। अभी तक राहत व बचाव कार्य में लगे लोगों को चार शव मिल चुके हैं जबकि 11 लापता लोगों की अभी भी तलाश जारी है।कांगड़ा जिला मुख्यालय धर्मशाला के खनियारा इलाके की मनूनी खड्ड में आई बाढ़ में प्रभावित निर्माणाधीन प्रियदर्शनी पन बिजली परियोजना स्थल से दो और शव बरामद होने के साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। अतिरिक्त उप मजिस्ट्रेट कांगड़ा शिल्पा बेक्टा ने बताया कि बृहस्पतिवार को दो और शवों का पता लगाया गया।कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि मृतकों की पहचान जम्मू-कश्मीर निवासी चैन सिंह, चंबा के आदित्य ठाकुर और उत्तर प्रदेश के प्रदीप वर्मा और चंदन के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि लापता लोगों में से कुछ हिमाचल प्रदेश के नूरपुर और चंबा इलाकों के हैं, जबकि अन्य उत्तर प्रदेश के हैं।इस बीच बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के बाद से लापता सात लोगों की तलाश के लिए अभियान तेज कर दिया गया है। चंबा जिले के लवली, जिन्हें खोजी दलों ने परियोजना स्थल के पास के जंगल से बचाया ने बताया कि शैड में 13 लोग थे, जिनमें से पांच पहाड़ियों की ओर भाग गए, जबकि बाकी लोग पानी के तेज बहाव में बह गए।एनडीआरएफ के कमांडेंट बलजिंदर सिंह ने कहा कि वे उन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनके बाढ़ के दौरान परियोजना स्थल से बह जाने की आशंका है। बलजिंदर सिंह ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड की संयुक्त खोज टीमें काम पर हैं, हालांकि कठिन स्थलाकृति और खराब मौसम ने खोज अभियान को मुश्किल बना दिया है। गौरतलब है कि बुधवार शाम को खनियारा गांव में मनूनी खड्ड में जल स्तर बढ़ने के बाद इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास अस्थायी श्रमिक कॉलोनी में सो रहे मजदूर बह गए थे।उधर कुल्लू जिले के रेहला बिहाल में तीन और लोगों का पता लगाया जाना बाकी है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू जिले के रेहला बिहाल में बाढ़ में बह गए 14 वर्षीय एक किशोर सहित तीन लोग अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है। उपायुक्त तोरुल एस रबिश ने कहा कि एनडीआरएफ कुल्लू में बचाव अभियान में शामिल हो गई है। उन्होंने पर्यटकों को निचले इलाकों और नदी के किनारों पर जाने से बचने की सलाह दी है। कुल्लू के बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सैंज, गड़सा और होर्नगाड इलाकों में भारी बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है।भारी वर्षा का येलो अलर्टहिमाचल प्रदेश में अगले दो दिन भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमानों में कहा गया है कि 29 जून से प्रदेश में मॉनसून और रफ्तार पकड़ेगा। विभाग ने 29 जून को राज्य के चार जिलों ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा और बिलासपुर में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। विभाग के अनुसार राज्य में आने वाले दिनों में मॉनसून लगातार सक्रिय बना रहेगा।